जलेसर में एक तरफ गरजा बुल्डोजर तो दूसरी तरफ संरक्षण,ये रिश्ता क्या कहलाता है

एटा।उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के दूसरी बार मुख्यमंत्री बनने के बाद भूमाफियाओं पर लगातार कार्रवाई की जा रही है।इससे भूमाफियाओं के होश उड़े हुए हैं।जलेसर में मंगलवार को प्रशासन का भूमाफियाओं की जमीन पर बुल्डोजर चला तो भूमाफियाओं में हड़कंप मच गया।प्रशासन ने भूमाफियाओं पर कार्रवाई करते हुए जलेसर कस्बा के मोहल्ला सादात में राजस्व कई गेटबन्द बाउंड्री को ध्वस्त कर सरकारी भूमि को कब्जा मुक्त कराया है।प्रशासन माफियाओं के खिलाफ प्रतिदिन कोई न कोई कार्रवाई कर रहा है।भूमाफिया द्वारा सरकारी भूमि पर किए गए कब्जों को कब्जा मुक्त किया जा रहा है,जिसके लिए तहसील प्रशासन के अधिकारी सरकारी भूमि को चिन्हित कर खाली कराने का काम कर रहे हैं।भूमाफिया अपनी बॉडी बनाने के लिए सफेदपोशों के पास अपनी हाजिरी लगा रहे हैं।मुख्यमंत्री के सख्त आदेश के बाद भी सफेदपोश बचाने में लगे हुए हैं।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सत्ता पक्ष के विधायक के भाई पूर्व विधायक नवनिर्मित पुलिस चौकी आगरा अड्डा जलेसर की सरकारी भूमि पर अवैध कब्जा करने के लिए काफी हथकंडे अपना रहे हैं।इनके सामने एसडीएम जलेसर अलंकार अग्निहोत्री बाबा का बुल्डोजर नही चलवा पा रहे हैं या यूं कहा जा सकता है कि एसडीएम ने बाबा के बुल्डोजर को सरेंडर कर चुके हैं।क्योंकि इसी सरकारी जमीन पर बीते रविवार को निर्माण कार्य किया गया था,लेकिन अभी तक पूर्व विधायक के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की गई है।
राजस्व निरीक्षक के अनुसार कस्बा जलेसर में 900 बीघे जमीन भूमाफियाओं के कब्जे से मुक्त कराना बाकी है।
सूत्रों से खबर है कि इस भूमि की 35 लाख में बिक्री की गई है और 5 लाख एडवांस भी हो गया है। छत पड़ने के बाद रजिस्ट्री होगी।
तहसीलदार अजीत कुमार का कहना है कि पिछले काफी समय से भूमाफियाओं द्वारा सरकारी जमीन पर अवैध तरीके से कब्जा कर रखा था जिसको चिन्हित कर प्रशासन की कार्रवाई करते हुए 20 बीघा जमीन को कब्जा मुक्त कराया गया है।
सूत्रों के अनुसार बड़े भ्रष्टाचार के कारण अभी तक दिखाने के लिए छोटे भूमाफियाओं के खिलाफ ही बुल्डोजर चल सका है।बड़े भूमाफियाओं पर बुल्डोजर नही चला है।अधिकारी बड़े भूमाफियाओं से याराना निभा रहे हैं।