
कोर्ट का फैसला आने से पहले ज्ञानवापी को लेकर टिपण्णी करने वालो को रोक जाए।
:- देवबंदी उलेमा मुफ़्ती असद कासमी ने ज्ञानवापी में शिवलिंग होने के दावे पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया। बोले कि ये मामला अभी कोर्ट के अंदर है और कोर्ट ने सर्वे कराया था। इसलिए अभी कुछ कहना जल्दबाजी होगा।
मुफ़्ती असद ने कहा कि जिस तरह कुछ लोगो ने ताज महल को लेकर अदालत में याचिका दायर की थी, तो कोर्ट ने इस सैकुलर मुल्क के संविधान को सामने रखते हुए ऐसे लोगो को फटकार लगाई है। जो फिरकापरस्ती की बात करते है, नफरत की बात करते है। और जिनको हिंदुस्तान के इतिहास का ही पता नही है, ऐसे लोगो को हाईकोर्ट की तरफ से फटकार लगाई है।
अभी ज्ञानवापी का सर्वे भी कोर्ट की तरफ से कराया गया है। अभी कोर्ट की तरफ से कोई बात सामने नही आई है। जब तक कोर्ट की तरफ से कोई बात सामने नही आती तब तक मैं कुछ भी कहना नही चाहता हूं।
मुफ़्ती ने कहा कि, साथ साथ मैं हाई कोर्ट केंद्र सरकार व यूपी सरकार से भी दरख्वास्त करना चाहूंगा कि जब तक कोर्ट की तरफ से कोई निर्णय नही आ जाता तब तक ऐसे लोगो को जो ऐसी बात कह रहे है कि वहां पर शिवलिंग व दूसरे चीजे मिली है ऐसे लोगो को रोक जाए ताकि देश में अमनो-अमान बचा रहे।
साथ ही कहा कि मैं देशवाशियो से अपील करूंगा कि हुकूमत की जो भी गाइड लाइन है, वो अमनो-अमान बनाये रखें। किसी भी तरह की अफवाह पर ध्यान न दें। उनजोने कहा कि, कोर्ट आस्था की बुनियाद पर फैसला नही देगा बल्कि साक्ष्य के मुताबिक फैसला देगा।
बाईट:- मुफ़्ती असद कासमी देवबंदी उलेमा