
एटा।आज दिनांक 15.05.2021 को अखिल भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारी/ कार्यकर्ताओं ने शिकोहाबाद रोड़ स्थित ईशन नदी के किनारे वाकलपुर गांव पर बैठक कर किसान मसीहा चौधरी महेन्द्र सिंह टिकैत जी की जयंती मनाई उक्त बैठक में टिकैत जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए वक्ताओं ने कहा कि देश के किसानों के असीमित सहयोग की बजह से किसान आंदोलन के सामने देश की सरकारों को कई बार झुकना पड़ा अपने कुशल नेतृत्व की क्षमता से उन्होंने सम्पूर्ण संसार के सामने बहुत बड़ी मिसाल कायम की आज के जमाने में बिना उच्च शिक्षा के कुछ भी कार्य करना सम्भव नहीं है जबकि नाम मात्र के लिए भी शिक्षित न होते हुए भी उन्होंने देश के नीति नियंताओं को किसान हित की नीतियां सिखाने का काम करते हुए उनका अनुपालन कराने का हमेशा सफलतम प्रयास किया टिकैत जी के साथ अखिल संघर्षी जैसे देश के तमाम किसान नेताओं को काम करने का शोभाग्य प्राप्त हुआ उनके साथ किसान हित में किए गए कार्य जीवनपर्यंत भुलाए नहीं जा सकते हैं जो ईमानदारी के साथ कर्मठता से लड़ने की शिक्षा उनके द्वारा कूट कूट कर भरी गई उसे कभी भी भुलाया नहीं जा सकता है आज के समय में तमाम तथाकथित किसान नेता आम आदमी का ही उत्पीड़न करते हैं और अपने दामन पर लगे मुकद्दमों आदि दागों को छुपाने के लिए किसान यूनियन का चोला पहन लेते है जबकि जनपद में देश के तमाम पुराने किसान नेताओं पर मुकदमा इसलिए लिख दिए गए कि वो किसान नेता की हैसियत से किसान, मजदूर की आबाज उठाते हैं इसलिए सरकार के दवाव में प्रशासन उल्टे सीधे तमाम मुकदमा लिखवाकर जनहित के रास्ता से भटकाना चाहता है टिकैत जी के जीवन पर विस्तृत रूप से प्रकाश डाला गया और बैठक के अंत में संगठन के पदाधिकारी कार्यकर्ताओं ने सामूहिक रूप से ईशन नदी के बीच में खड़े होकर नदी पुनर्जीवित कराने के लिए हर सम्भव प्रयास करने की शपथ ली और नदी के एक किलोमीटर दूर तक के सभी तालाबों को समतल भूमि से कम से कम 15 फुट गहरे खुदवाए जाने एवं पानी निकास नाले भी खुदवाए जाने की मांग प्रमुख से की गई।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से :- राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिल संघर्षी, राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल सोलंकी, प्रदेश उपाध्यक्ष राजेश शीतलपुर – राजीव सोलंकी, प्रवेश राजपूत, चंद्रपाल वर्मा, पेशकार राजपूत, रामजीत राजपूत, रबेन्द्र वर्मा सहित आदि लोग उपस्थित रहे।