ज्ञानवापी मस्जिद सर्वे पर ओवैसी ने दी खुली चेतावनी,बाबरी मस्जिद को खोया है,दूसरी मस्जिद को हरगिज नहीं खोएंगे

लखनऊ।वाराणसी की ज्ञानवापी मस्जिद के अंदर पहले दिन शनिवार को सर्वे का काम सफालता पूर्वक पूरा हुआ। सर्वे के लिए टीम को कोर्ट ने सुबह 8 बजे से दोपहर 12 बजे तक का समय दिया था।टीम ने तय समय से पहले आज शनिवार का सर्वे पूरा कर लिया है।इस बेहद संवेदनशील मामले में अब सियासी बयानबाजी शुरू हो गयी है। AIMIM के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी ने शनिवार को ऐसा बयान दिया है जिससे ज्ञानवापी मामले में तापमान और बढ़ने की उम्मीद है।
अहमदाबाद में असदुद्दीन ओवैसी ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि बाबरी मस्जिद पर कोर्ट का फैसला आ गया और अब ज्ञानवापी का मसला शुरू हो गया।हुकूमत को ये बात बता रहा हूं कि हमने एक बाबरी मस्जिद को खोया है दूसरी मस्जिद को हरगिज नहीं खोएंगे।तुमने मक्कारी और अय्यारी से इंसाफ को कत्ल करके हमारी मस्जिद को छीना,दूसरी मस्जिद नहीं छीन पाओगे याद रखना। हम तुम्हारी बातों का भरोसा नहीं करने वाले हैं कि हम बचाएंगे,तुम नहीं बचाओगे। इंशाअल्लाह इस बार हम अपनी मस्जिद को बचाएंगे।उन्होंने कहा कि इस देश में कभी कोई मुस्लिम वोट बैंक नहीं था और न ही होगा,अगर हम सरकार बदल सकते हैं तो भारतीय संसद में इतना कम मुस्लिम प्रतिनिधित्व क्यों,हम सरकार बदल सकते थे तो बाबरी मस्जिद की जगह अब ज्ञानवापी मुद्दा सामने आया है।
ओवैसी ने कहा कि मैं बड़ी जिम्मेदारी से कह रहा हूं कि ज्ञानवापी मस्जिद थी, है और रहेगी। 1991 का कानून कहता है कि 15 अगस्त 1947 को जो मस्जिद थी वो बरकरार रहेगी।अगर कोई उसके नेचर और कैरेक्टर में तब्दीली करना चाहेगा तो 1991 का संसद का कानून कहता है कि उसपर केस करो, जेल भेजो और अगर कोर्ट ने फैसला दिया तो 3 साल की सजा होगी।
ओवैसी ने कहा कि ये जो फिरकापरस्त ताकते हैं और समझ लीजिए कि फिरकापरस्त ताकत सिर्फ भाजपा नहीं है।कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और समाजवादी पार्टी भी फिरकापरस्त हैं। ये सब चाहते हैं कि मुसलमान सिर्फ अपने घर में मुसलमान रहे, लेकिन घर से बाहर निकले तो मुसलमान ना रहे। प्रधानमंत्री को ज्ञानवापी के सर्वे पर चुप्पी तोड़नी चाहिए।
इससे पहले असदुद्दीन ओवैसी ने कहा था कि ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वे का आदेश असंवैधानिक है। इस तरह का आदेश नहीं दिया जाना चाहिए था। बाबरी मस्जिद पार्ट-2 की ये तैयारी हो रही है।ये इसकी ओर बढ़ता हुआ पहला कदम है, इसके पीछे साजिश है।
आपको बता दें कि वाराणसी की अदालत के आदेश के बाद वाराणसी की ज्ञानवापी मस्जिद के अंदर शनिवार 14 मई को पहले दिन का सर्वे किया गया।सर्वे के लिए टीम को कोर्ट ने सुबह 8 बजे से दोपहर 12 बजे तक का समय दिया था। टीम ने निर्धारित समय में सर्वे और वीडियोग्राफी का काम पूरा कर लिया। कल रविवार 15 मई को तय समय पर ज्ञानवापी में आगे का सर्वे शुरू होगा।