बांदा जिला महिला अस्पताल मरीजों को जा रहा है लूटा ।

जल शक्ति मंत्री आते हैं बांदा अस्पताल का भ्रमण करते हैं सारी कमियां होने के बावजूद कोई भी एक्शन नहीं लेते हैं।
पूरा मामला बांदा जिला महिला अस्पताल का है एक महिला जिनका नाम है लक्ष्मी देवी कमासिन क्षेत्र की रहने वाली थी बच्चा होना था लेकिन डॉक्टर ने कहा कि इनकी डिलीवरी नॉर्मल नहीं है ऑपरेशन से होगी पैसा लगेगा लक्ष्मी देवी के परिजनों से जिला महिला अस्पताल में ₹7000 ले लिया गया यह पहला मामला नहीं है कई महिलाओं से हमने बात किया है महिलाओं ने बताया है कि नॉर्मल डिलीवरी होती है तब भी पैसा ले लेते हैं।
जबकि निशुल्क जांच होती लेकिन डॉक्टरों का कमीशन रहता है पैथोलॉजी से मेडिकल स्टोर से प्राइवेट एंबुलेंस से इसलिए तुरंत रेफर करते हैं इलाहाबाद बच्चों को और जांच के लिए बाहर भेजते हैं पैथोलॉजी में दवाई मौजूद होने के बावजूद दवा बाहर की लिख कर देते हैं मरीजों को मैंने करीब 10 महिलाओं से बात किया इलाहाबाद रिफर किया गया काफी दिनों से हम सुनते आ रहे थे कि आज तक जितने भी बच्चे सीरियस हुए हैं सभी बच्चों को इलाहाबाद ही क्यों रिफर किया जा रहा है क्या झांसी में हॉस्पिटल नहीं है क्या कानपुर में हॉस्पिटल नहीं है क्या लखनऊ में हॉस्पिटल नहीं है सिर्फ इलाहाबाद ही क्यों क्योंकि उनका कमीशन इलाहाबाद के मेडिकल स्टोरों में भी बंधा है।
महिला जिला अस्पताल की नर्से जो बच्चे एडमिट है छोटे-छोटे नवजात शिशु उनके परिजनों से माता-पिता से बहुत ही बदतमीजी से बात करती है जो कि बहुत ही निंदनीय बात है डांट कर भगा देती हूं उनको कि जिला प्रशासन मौन है बड़े दुहाई देते हैं स्वास्थ्य मंत्री में बुलाना चाहते स्वास्थ्य मंत्री को डिप्टी सीएम को यूपी के बृजेश पाठक जी को एक बार बांदा जिला अस्पताल का भी दौरा कर लें महिला अस्पताल का भी दौरा कर ले महिला जिला अस्पताल में कार्यरत पूनम वर्मा सभी नवजात शिशुओं की जो माताएं थी उनसे आज बदतमीजी की हद पार कर दी इस महिला पर कार्यवाही होनी चाहिए