
विकास भवन से अधिकारी नदारद, फरियादी परेशान
एटा। विकास भवन में जिले के कई प्रशासनिक व आलाधिकारी कार्यालय में बैठते हैं लेकिन अधिकारियों की यहां पर रोजाना मनमानी चलती है। कोई भी अधिकारी 12 बजे से पहले नहीं पहुंचता है। वहीं फरियादी दिन-भर अधिकारी से मिलने के लिए धूप में बैठकर इंतजार करता रहता है। मंगलवार को अमर उजाला की टीम ने विकास भवन कार्यालय में बैठे अधिकारियों की पड़ताल की, जिसमें हकीकत कुछ और ही सामने आई। यहां पर एक दो अधिकारी को छोड़ सभी अधिकारी कार्यालय से नदारद मिले।
सुबह 11 बजे नहीं पहुंचे थे अधिकारी
सुबह करीब 11 बजे जिला विकास अधिकारी कार्यालय में अधिकारी नहीं पहुंचे थे। उनके कार्यालय का गेट बंद था। वहीं उनके सामने दूसरे कक्ष में एक कर्मचारी बैठा हुआ मिला, जो उनके आने का इंतजार कर रहा था। करीब 12 बजे तक उनके आने का इंतजार किया गया, लेकिन प्रभारी जिला विकास अधिकारी व परियोजना निदेशक निर्मल कुमार द्विवेदी वहां पर नहीं पहुंचे। जिला ग्राम्य विकास अभिकरण कार्यालय में भी ताला लगा हुआ मिला।
सुबह 11.15 बजे श्रम प्रवर्तन अधिकारी नहीं पहुंचे
विकास भवन के द्वितीय तल पर मुख्य विकास अधिकारी, जिला विकास अधिकारी और जिला ग्राम्य विकास अभिकरण व श्रम विभाग का कार्यालय है। श्रम विभाग में श्रम प्रवर्तन अधिकारी यादवेंद्र विक्रम अपने कार्यालय में उपस्थित नहीं मिले। वहीं मुख्य विकास अधिकारी कार्यालय में सीडीओ डॉ. अवधेश कुमार वाजपेयी अलीगढ़ में एक बैठक में जाने की वजह से अनुपस्थित रहे।
सुबह साढ़े 11 बजे ग्रामीण अभियंत्रण विभाग में था सन्नाटा
विकास भवन के प्रथम तल पर ही ग्रामीण अभियंत्रण विभाग है जहां पर गांव की सड़क मरम्मत, निर्माण आदि की समस्याएं लेकर फरियादी पहुंचते हैं, लेकिन यहां पर भी अधिशासी अभियंता मोहम्मद शमीम समेत अन्य कर्मचारी कार्यालय से नदारद रहे। दोपहर तक न अधिशासी अभियंता और न ही कर्मचारी कार्यालय में आए।
दोपहर 12 बजे विकास भवन के बाहर फरियादी करते रहे इंतजार
विकास भवन में कोई अधिकारी न मिलने पर फरियादी अधिकारियों के आने का इंतजार विकास भवन के बाहर पेड़ की छांव में करते रहे। करीब 12 बजे तक अधिकारी नहीं पहुंचे तो उन्हें चिलचिलाती धूप में घर लौटना पड़ा। अबधेश कुमार वाजपेयी, मुख्य विकास अधिकारी
 
							
 
			 
			 
			 
			