
फर्रुखाबाद/कायमगंज-जूही- शाह बाबा मज़ार के सज्जादानशीन ने शव् ए बरात की रात दुनिया से कहा अलविदा। अचानक हार्टअटैक होने परिवार में मचा कोहराम, चाहने वालों व भक्तों में शोक की लहर। जूही शाह बाबा के मज़ार पर बर्षों से सेवा कर रहे सज्जादानशीन कबीर अहमद चिश्ती पुत्र मुनीर अहमद निवासी कटरा रहमत खां वर्तमान में नईबस्ती ने आज रात लगभग 8 बजे दुनिया को अलविदा कह दिया।अचानक हुए इस दुख से परिजनों में कोहराम मच गया।सज्जादानशीन कबीर अहमद ने हमेशा जातीय समीकरण को नकारा है वोह कहते थे मुझे बहुत दुख होता है जब पढ़े लिखे लोग हिंदू मुस्लिम करते हैं ,जबकि जिस्म को काटने पर खून हमेशा एक जैसा निकलता है।उन्होंने हमेशा दूसरों की सेवा करते ही अपना जीवन न्योछावर कर दिया।उनके अनुसार मंदिर मस्जिद तो सिर्फ विश्वास और भरोसे,यकीदे का नाम है जबकि खुदा, अल्लाह, भगवान, ईश्वर सब एक ही के नाम हैं।
तथा हमारे द्वारा किसी गलत काम को किया जाता है और जो आवाज अन्दर से हमें गलत काम करने से रोकता है वही ईश्वर और अल्लाह है।उनके परिवार में चार बेटे और पत्नी सहित एक बेटी है।बड़े बेटा मुशीर अहमद है जो पिता के नक्शेकदम पर चलकर लोगों की सेवा कर रहे हैं।