नायब तहसीलदार को हटाये जाने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने एसडीएम को सौंपा ज्ञापन

रामपुर बाघेलान जनपद अंतर्गत कोटर तहसील में लंबे समय से पदस्थ नायब तहसीलदार प्रदीप तिवारी के खिलाफ ग्रामीण लामबंद हो गये है। सोमवार को ग्रामीणों ने एसडीएम रामपुर बाघेलान सुधीर कुमार को ज्ञापन सौंपकर नायब तहसीलदार को हटाये जाने की मांग की है। ज्ञापन के माध्यम से ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम पंचायत निमहा में स्थित रखौंधा पहाड़, पटनाखुर्द, चितगढ़, बिहरा एवं कैमरी में सरकारी आराजियों में एवं हम सभी हरिजन आदिवासियों के पट्टे की जमीन में खनन माफियाओं द्वारा लैटराइट, बाक्साइट एवं मुरूम का दिन-रात अवैध उत्खनन नायब तहसीलदार प्रदीप तिवारी के संरक्षण में किया जाता है। ग्रामीणों ने बताया कि हम हरिजन आदिवासी लोगों के प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री आवास योजना के घर बने हुए है। खनन माफियाओं द्वारा अस्त्र-शस्त्र लेकर डरा धमकाकर घरों के चारो ओर खजिन संपदा का अवैध उत्खनन किया जाता है। जिसके कारण हरिजन आदिवासियों के मकान गिरने की कगार पर है। ज्ञापन के द्वारा बस्ती के लोगों ने बताया कि खनन माफियाओं का विरोध किया जाता है तो उनके द्वारा जान से मारने की धमकी दी जाती है। ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए कहा कि समस्या को लेकर नायब तहसीलदार प्रदीप तिवारी के पास जाते है तो वे उल्टा ही खनन माफियाओं के पक्ष में बात करते है और समर्थन करते है और मकान गिरवा देने की धमकी देते है। तथा कोटर तहसील कार्यालय में बिना लेन-देन के कोई भी कार्य नहीं होता ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि कोटर तहसील कार्यालय के रिकॉर्ड रुम में राजस्व विभाग की फाईलें गायब रोज हो रही है और तहसील कार्यालय में जमकर शराब खोरी होती है और रात 10 बजे तक कार्यालय खुला रहता है और तहसीलदार स्वयं अवैध खनन माफियाओं के साथ पार्टी करते नजर आते हैं तथा तहसीलदार कोटर एवं उनका पूरा स्टाप तहसील मुख्यालय पर नहीं रहते हैं ज्ञापन के माध्यम से ग्रामीणों ने चेतावनी देते हुए कहा है यदि एक सप्ताह के अंदर नायब तहसीलदार को नहीं हटाया गया तो ग्रामीण आमरण अनशन एवं धरना प्रदर्शन व चक्का जाम करने को मजबूर होंगे। जिसकी समस्त जवाबदारी शासन-प्रशासन की होगी। ज्ञापन सौंपने वालों में पटनाखुर्द सरपंच अगनुवा आदिवासी, केसी शुक्ला, प्रमोद त्रिपाठी, अनिल त्रिपाठी, सूर्यभान त्रिपाठी, उमेश, प्रकाश नारायण पांडे, रिंकू दुबेदी, विनोद त्रिपाठी घोरघाट, शुभम तिवारी पत्रकार संजय तिवारी, शुभम तिवारी सहित काफी संख्या में ग्रामीण ,हरिजन आदिवासी महिलाए उपस्थित रहे।