
शहर में एंबुलेंस बिना फिटनेस प्रमाण पत्र के रही है दौड़ – रिपोर्ट शुभम शर्मा
अलीगढ़ – शहर में 150 से अधिक निजी एंबुलेंस को बिना फिटनेस प्रमाण पत्र जारी कराए ही दौड़ाया जा रहा है। परिवहन विभाग के नोटिस के बाद भी एंबुलेंस संचालक मनमानी कर रहे हैं। करीब 90 प्रतिशत छोटी एंबुलेंस सीएनजी/एलपीजी से चल रही हैं। इसकी भी जांच नहीं कराई गई है।जिले में वर्तमान में 352 एंबुलेंस पंजीकृत हैं। परिवहन विभाग के आंकड़ों के मुताबिक इनमें से 150 से अधिक एंबुलेंस बिना फिटनेस प्रमाण पत्र जारी कराए ही दौड़ रही हैं। इनके हूटर, लाइट, बंपर, सीट, बॉडी, धुआं की क्या स्थिति है। इसके विषय में किसी को जानकारी नहीं है।एंबुलेंस से लेकर निजी बसों तक की स्थिति और मानक बेशक अधूरे हैं। मगर, इनके संचालक पैसा पूरा वसूलते हैं। एंबुलेंस की बात की जाए तो शहरी क्षेत्र में 10 किमी की दूरी का 600 से 800 रुपया लिया जा रहा है। सबसे अधिक एंबुलेंस रामघाट रोड और जेएन मेडिकल कालेज के आसपास मिलती हैं।एआरटीओ प्रशासन रंजीत सिंह ने बताया कि अलीगढ़ में 150 से अधिक एंबुलेंस बिना फिटनेस प्रमाण पत्र के ही चल रही हैं। कोरोना काल के चलते प्रदेश सरकार ने सभी वाहनों को 30 अक्टूबर तक की छूट दी गई थी। इसके चलते इनके खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई। इनको नोटिस जारी किए गए हैं। प्रवर्तन टीम इन खटारा एंबुलेंस के खिलाफ अभियान चलाएगी। बिना पंजीकरण के संचालित एंबुलेंस खिलाफ भी कार्रवाई होगी।