
दागी छवि वाले शिक्षक नहीं बनेंगे बोर्ड परीक्षा में कक्ष निरीक्षक – रिपोर्ट शुभम शर्मा
अलीगढ़ – माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश (यूपी बोर्ड) की वर्ष 2022 की परीक्षा को नकल विहीन बनाने के लिए नया कदम उठाया गया है। जिले में केंद्र निर्धारण की प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है। अब बोर्ड की ओर से जारी होने वाली फाइनल सूची का इंतजार है। इस वर्ष बोर्ड परीक्षा में दागी छवि वाले शिक्षकों व कर्मचारियों को कक्ष निरीक्षक भी जिम्मेदारी नहीं दी जाएगी। इसके लिए हर विद्यालय से ऐसे शिक्षकों व कर्मचारियों की सूची मांगी गई है। इन शिक्षक व कर्मचारियों को परीक्षा के काम से दूर ही रखा जाएगा, जिससे परीक्षा की शुचिता व पारदर्शिता बनी रहे। पूर्व की परीक्षाओं में कई केंद्रों पर आनलाइन नजर रखते हुए कक्ष निरीक्षकों को शुचितापूर्ण ढंग से परीक्षा कराने के निर्देश कंट्रोल रूम से दिए गए थे। ज्यादा ढिलाई बरतने व नकल गतिविधियों में संलिप्त होने की आशंका वाले शिक्षकों और कर्मचारियों को ड्यूटी से हटाया भी गया था। अब सभी विद्यालयों से ऐसे शिक्षकों और कर्मचारियों की सूची मांगी गई है, जो पूर्व की परीक्षाओं में तटस्थ रूप से कक्ष निरीक्षक की भूमिका निभाने में असफल रहे हैं। उनको इस बार परीक्षा में कक्ष निरीक्षक का दायित्व नहीं सौंपा जाएगा। जिले में 94 एडेड, 35 राजकीय व करीब 625 वित्त विहीन कालेज हैं। जिला विद्यालय निरीक्षक डा. धर्मेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि बोर्ड के निर्देश हैं कि ऐसे शिक्षक और कर्मचारी जो परीक्षा की शुचिता बरकरार रखने की कसौटी पर खरे नहीं उतरे हैं, उनको कक्ष निरीक्षक का दायित्व न सौंपा जाए। इसके लिए सभी विद्यालयों से ऐसे शिक्षक-कर्मचारियों की सूची मांगी जा रही है। बोर्ड परीक्षा में साफ-सुथरी छवि वाले शिक्षक और कर्मचारियों को ड्यूटी पर लगाया जाएगा। साथ ही जिला मुख्यालय पर नौरंगीलाल राजकीय इंटर कालेज में बनने वाले कंट्रोल रूम से सभी परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरों के जरिये आनलाइन भी नजर रखी जाएगी।