



एटा ! विधान सभा सामान्य निर्वाचन 2022 की संचालित प्रक्रिया के दौरान नामाकंन दाखिल करते ही राजा संग्राम सिहं की नगरी एटा सदर विधान सभा सीट पर छिडे चुनावी महासंग्राम में अखाड़े में उतरे विभिन्न राजनैतिक दलों के कद्दावर महायोद्दाओं नें लगोंट कसते हुऐ एक दूसरे को पटखनी देने के इरादे से ग्रामीण व नगरीय क्षेत्र में तूफानी प्रचार प्रसार करना प्रारम्भ कर दिया है ! सर्दी के सर्द मौसम में चल रहे चुनावी प्रचार व प्रसार से गांव गांव गर्मी जैसा माहौल देखने को मिल रहा है ! सुबह और शाम होते ही गांव गांव में सुलगते अगियानों पर लगने वाली चौपालों में जुडने वाले ग्रामीण मतदाताओं द्वारा अपने अपने क्षेत्र के दलीय उम्मीदवारों में किनकी स्थिति मजबूत है, इसको लेकर चर्चाऐं होते होते चर्चा बहस में तब्दील हो जाती है ! एटा सदर विधान सभा सीट से इस मर्तबा भाजपा ने अपने सिटिगं विधायक विपिन वर्मा डेविड पर ही दांव खेला है तो सपा ने भी पिछले चुनाव में लगभग 21 हजार मतों के अतंर से पराजित हुऐ अपने कद्दावर पूर्व अध्यक्ष जिला पंचायत जुगेन्द्र सिहं यादव को चुनावी महासंग्राम में अखाड़े में महायुद्ध के लिए उम्मीदवार घोषित कर बडा दांव चला है ! इधर सपा से बागी हुऐ पूर्व अध्यक्ष जिला पंचायत एवं पटियाली विधान सभा सीट से पूर्व विधायक अजय सिहं यादव ने बसपा का दामन थामकर सुश्री बहिन मायावती से हरी झंडी मिलते ही बसपा उम्मीदवार के रूप में अपना नामाकंन रिटर्निग ऑफीसर के समक्ष दाखिल कर सपा की राह में कडी अड़चन उत्पन्न कर समूचे जिले में सनसनी फैला दी है ! बहराहल राजा संग्राम सिहं की सरजमीं एटा सदर पर छिडे चुनावी महासंग्राम में सपा भाजपा बसपा के कद्दावर उम्मीदवारों के अतिरिक्त कांग्रेस व आम आदमी पार्टी सहित कुछ अन्य निर्दलीय उम्मीदवारो ने भी अपने अपने नामाकंन दाखिल कर विधान सभा लखनऊ में पहुंचने के ख्वाब देख रखे हैं !
एटा सदर विधान सभा सीट पर 2017 में हुऐ सामान्य निर्वाचन के दौरान भाजपा उम्मीदवार विपिन वर्मा डेविड को विजेता होने पर 82516 मत हासिल हुऐ थे तो वही उपविजेता रहे जुगेन्द्र सिहं यादव को 61387 प्राप्त मतों पर संतोष करना पडा था ! जबकि 2012 के विधान सभा सामान्य निर्वाचन में एटा सदर सीट से सपा उम्मीदवार के रूप में आशीष यादव 39282 मत प्राप्त कर विजय वरण किया था तो बसपा के कद्दावर उम्मीदवार गजेन्द्र सिहं चौहान बबलू 36038 मत प्राप्त कर 3244 मतों के अतंर से दूसरे स्थान पर उपविजेता रहे तथा भाजपा के प्रत्याशी प्रजापालन वर्मा को 32857 मत प्राप्त कर तीसरे स्थान पर संतोष करना पडा था ! एटा सदर विधान सभा सीट के सियासी अतीत की यदि हम चर्चा करें तो 1951 में पहली बार स्वतंत्रता संग्राम सेनानी होतीलाल दास विधायक चुने गए तब यह सीट कासगंज साउथ के नाम से जानी जाती थी, तो वही 1957 से 1977 तक वर्तमान भाजपा विधायक विपिन वर्मा डेविड के पिताश्री गंगा प्रसाद वर्मा लगातार छै मर्तबा विधायक का चुनाव जीतते रहे तथा वह प्रदेश सरकार मे स्वास्थ्य राज्य मंत्री भी रहे ! एटा सदर विधान सभा सीट पर वर्तमान में तीन लाख तेईस हजार छै सौ एक के लगभग मतदाता निवास करते हैं तथा इस विधान सभा क्षेत्र के अन्तर्गत एटा शहर के अलावा सकीट मलावन आसपुर आदि क्षेत्र भी समाहित हैं ! इस सीट पर यादव मतदाताओं की संख्या सबसे ज्यादा है तथा दूसरे नम्बर पर लोधी जाति के मतदाताओं का प्रभुत्व है ! भाजपा से वर्तमान उम्मीदवार विपिन वर्मा डेविड विधायक ग्रेजुऐट है तथा इनकी प्रारंभिक शिक्षा सैनिक स्कूल देहरादून में हुई है, विपिन वर्मा डेविड कोल्ड स्टोर के व्यवसाय से जुडे है! उन्होने अपने पिछले कार्यकाल में तीन सौ करोड रुपए के विकास कार्य कराऐं है ! मेडीकल कालेज तथा पिलुआ से लेकर मलावन तक बाईपास का निर्माण उनके कार्यकाल की सबसे बड़ी उपलब्धि है ! कुल मिलाकर 2022 के विधान सभा सामान्य निर्वाचन के दौरान राजा संग्राम सिहं की सरजमीं एटा सदर पर छिडे चुनावी महासंग्राम में त्रिकोणीय संघर्ष के आसार बनते नजर आ रहे हैं !