याचना नहीं रण होगा

याचना नहीं रण होगा।
एटा।बसपा प्रत्यासी सऊद अली खां जुनैद मियां
विधानसभा2022 चुनाव की रणभेरी बज चुकी है, सभी दलों ने अपने अपने प्रत्यासियों की लिस्ट जारी कर दी है, घोषित प्रत्यासियों ने चुनाव प्रचार में पूरी ताकत झोंक दी है, आज बसपा के युवा प्रत्यासी जुनैद मियां के आवास पर प्रसपा के पूर्व जिलाध्यक्ष रामकिशोर यादव के भाई बाबा और भीमसेना के तमाम कार्यकर्ताओं ने बसपा की सदस्यता ग्रहण करते हुए,जुनैद मियां को भारी बहुमत से जिताने की हुंकार भरी।प्रसपा और भीमसेना से मिले समर्थन से प्रफुल्लित बसपा प्रत्यासी ने सभी को सम्बोधित करते हुए कहा,कि मेरे ताया जनाब महफूज अली खां उर्फ प्यारे मियां, और मेरे वालिद जनाब मसूद अली खां उर्फ जावेद मियां के समय यहां पर चौधरी लटूरी सिंह यादव को साथ लेकर मुस्लिम यादव गठजोड़ था, जो बहुत समय तक चला,लेकिन 2012 से 2017 के बीच इस गठबंधन में दरार उत्पन्न हुई,क्योंकि उस दौर में यहाँ अराजकता का माहौल व्याप्त हो गया,लोगों की जमीनों पर कब्जे कर झूठे मुकदमों में जनता को फंसाया गया,हमारे मुस्लिम समाज के लोगों ने पूर्व विधायक और मेरे मध्य फैसले की बात रखी,लेकिन गुरुर में बो लोग इतने भरे हुए थे,कि अपनी गलती की जगह मुझसे कहा गया,कि तुम जाकर माफ़ी मांग लो मैंने कहा कि हमने कौन सा जुल्म किया उसकी माफी मांगू, फिर ये समझौता नहीं हो पाया, उन्होंने महाभारत काल में भगवान कृष्ण द्वारा दुर्योधन को समझाते हुए पांडवों के साथ समझौते की बात की लेकिन घमंडी दुर्योधन ने कृष्ण जी की कोई बात नहीं मानी,तब कृष्ण जी ने कहा था,कि ये दुर्योधन सुन याचना नहीं अब रण होगा,जीवन हो या मरण होगा, दुर्योधन तू धरासायी होगा,हिंसा का उत्तरदायी होगा। जुनैद मियां ने स्पष्ट किया कि बहन मायावती जी ने मुझे टिकिट देकर मैंदाने जंग में बहुत ही विश्वास के साथ उतारा है,मेरे समाज के साथ मुझे यादवों के अलावा सभी जातियों का युवा और नया चेहरा होने नाते भरपूर समर्थन मिल रहा है, उन्होंने सपा,भाजपा को आड़े हांथो लेते हुए कहा दोनों एक ही तराजू के चट्टी बट्टे हैं, आप मुझे जिताएंगे तो मैं वायदा करता हूँ कि क्षेत्र को विकास की धारा से जोड़ने का काम करूंगा।इस मौके पर बसपा के जिलाध्यक्ष बलवीर भाष्कर,अरविंद यादव,गुड्डू यादव,बबलू शाक्य,रणवीर शाक्य,संजीव पांडेय,विश्वनाथ यादव,संतोष यादव,चन्द्रभान अम्बेडकर,अतुल मौर्या,टीटू सिंह,सोनू निगम,आदि उपस्थित थे।

About The Author

निशाकांत शर्मा (सहसंपादक)

Learn More →

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

× अब ई पेपर यहाँ भी उपलब्ध है
अपडेट खबर के लिए इनेबल करें OK No thanks