
5 घंटे आधुनिकता से दूर रहेंगे सेक्टर मजिस्ट्रेट व अफसर – रिपोर्ट शुभम शर्मा
अलीगढ़ – कोई भी अभ्यर्थी किसी परीक्षा में जब बैठता है तो वो आधुनिकता से दूर रहता है। यानी इलेक्ट्रानिक उपकरण, गैजेट्स, स्मार्टफोन, टैबलेट, इंटरनेट आदि तमाम आधुनिकता की वस्तुओं से उसकी दूरी रहती है। मगर अब अभ्यर्थियों के साथ-साथ सेक्टर मजिस्ट्रेट, स्टेटिक मजिस्ट्रेट समेत कक्ष निरीक्षक, केंद्र व्यवस्थापक, शिक्षा व प्रशासनिक अधिकारी सभी पांच घंटे की अग्नि परीक्षा में आधुनिकता से दूर रहेंगे। इनको मोबाइल रखने की अनुमति तो होगी लेकिन पुराना की-पैड यानी बटन वाला मोबाइल ही रख सकेंगे। परीक्षा केंद्र या कक्ष में प्रवेश करने के दौरान ये फोन भी बंद रखने की बाध्यता रहेगी। ऐसा माहौल उत्तरप्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपी टीईटी) में रहेगा। 23 जनवरी (रविवार) को सुबह 10 से दोपहर 12.30 बजे तक और दोपहर ढाई से शाम साढ़े पांच बजे तक, ढाई-ढाई घंटे की दो शिफ्टों समेत पांच घंटे की यूपी टीईटी आयोजित कराई जाएगी। पिछली बार परीक्षा के दौरान पेपर लीक होने से परीक्षा को स्थगित कर दिया गया था। अब ये दोबारा 23 जनवरी को प्रस्तावित है। इसकी व्यवस्थाओं को अमलीजामा पहनाने के लिए शिक्षा, प्रशासन के अधिकारियों ने केंद्र व्यवस्थापकों के साथ बैठक की। परीक्षा को शान्तिपूर्ण एवं नकलविहीन सम्पन्न कराये जाने के लिए निर्देश देते हुए कहा गया कि सभी परीक्षा केन्द्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगाये जाएं। सुनिश्चित किया जाए कि सभी कैमरे क्रियाशील व ठीक ढंग से काम कर रहे हों और सभी कैमरों की फीडिंग, मानीटरिंग कंट्रोल कक्ष में आ रही हैं। परीक्षा की संवेदनशीलता के दृष्टिगत परीक्षा केंद्र की संपूर्ण वीडियोग्राफी कराई जाएगी। प्रश्न पत्र खोलने व उत्तर पुस्तिकाओं को सील बंद करने सहित, परीक्षा केंद्र पर नामित सेक्टर-स्टेटिक मजिस्ट्रेट के प्रत्येक कक्ष में भ्रमण के समय एवं समस्त परीक्षा कक्षों की बारी-बारी रिकार्डिंग कराई जाएगी। प्रत्येक परीक्षा केंद्र के 200 गज की परिधि में सीआरपीसी की धारा-144 लागू रहेगी।