
शहर में दौड़ रही ई बसों में ई-पेमेंट की सुविधा – रिपोर्ट शुभम शर्मा
अलीगढ़ – कम दूरी का सफर तय करने के लिए प्राइवेट बस, आटो, ई-रिक्शा में धक्का खाने वाले यात्रियों को ई-बसों (इलक्ट्रिक बस) का सफर भा रहा है। सर्द हवाएं अंदर बैठे यात्रियों को परेशान नहीं करतीं। गेट भी तभी खुलते हैं, जब स्टाप आ जाए। आरामदायक सीटों पर बैठे यात्री खुद को सुरक्षित महसूस कर रहे हैं, खासकर महिलाएं। इन बसों में ई-पेमेंट की सुविधा भी है। यात्रियों के पास पैसे नहीं हैं तो मोबाइल के जरिए क्यूआर कोड को स्कैन कर टिकट का पेमेंट कर सकते हैं। मंगलवार को शहर के दो रूटों पर पांच ई-बसें दौड़ीं। पीपीपी (पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप) के तहत 15 ई-बसें मिली हैं। ये बसें पांच रूटों पर संचालित की जाएंगी। 10 बसें और मिलनी हैं। चालक और परिचालकों की नियुक्ति आउटसोर्सिंग के जरिए निजी कंपनी द्वारा की गई है। दो शिफ्टों में इनकी ड्यूटी निर्धारित की है। फिलहाल ट्रायल के तौर पर दो रूटों पर पांच बसें चलाई गई हैं। पहला रूट खेरेश्वरधाम चौराहे से नादा पुल, सूतमिल, तहसील तिराहा, रसलगंज, गांधीपार्क बस अड्डा, दुबे पड़ाव, एटा चुंगी चौराहा, धनीपुर मंडी, बौनेर तिराहा तक है। दूसरा रूट हरदुआगंज चौराहा से महरावल तक तय है। किराया पांच रुपये से 25 रुपये तक है। यात्रियों को ई-पास मशीन से टिकट दी जाती है। यात्री टिकट खरीदने के लिए ई-पेमेंट भी कर सकते हैं।