आचार्य यादराम सिंह वर्मा ‘कविकिंकर’ की पुस्तकों का लोकार्पण, सम्मान और कवि गोष्ठी

आगरा। सारथी फाउंडेशन ट्रस्ट के तत्वावधान में आचार्य यादराम सिंह वर्मा ‘कविकिंकर’ की पुस्तकों आप्तकामा और आफताब-ए-नूर का लोकार्पण किया गया। इस मौके पर कविकिंकर का अभिनंदन हुआ। कवि गोष्ठी में कवियों ने समां बांधा। चौधरी भवन, 14 सुलभपुरम, सिकंदरा में हुआ यह कार्यक्रम पूरे पांच घंटा चला। खास बात यह रही कि कार्यक्रम में आए सभी श्रोताओं को भी सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रसिद्ध गीतकार शिवसागर शर्मा, विशिष्ट अतिथि लेखिका डॉ. हृदेश चौधरी, ट्रस्ट के अध्यक्ष दिनेश कुमार वर्मा ‘सारथी’, सचिव डॉ. सुरेन्द्र सिंह, कोषाध्यक्ष डॉ. भानु प्रताप सिंह, सुरेन्द्र कुमार ‘सजग’, डॉ. बृज बिहारी लाल वर्मा ‘बिरजू’, अरुण भदावरी (वृंदावन), रजनीकांत लवानिया, डॉ. केशव कुमार शर्मा, आचार्य यादराम सिंह वर्मा कविकिंकर, मोहन मुरारी शर्मा, डॉ. भानु प्रताप सिंह, आदर्श नंदन गुप्त, दिनेश अगरिया, देवेन्द्र सिंह परमार, कुमार ललित, नारायण सिंह भदौरिया, एडीएम डीपी सिंह आदि ने पुस्तकों का लोकार्पण किया। शिवसागर शर्मा ने कहा कि आप्तकामा संस्कृत निष्ठ होने के बाद भी सबकी समझ में आती है। डॉ. बिरजू ने कहा कि यह पुस्तक भारतीय संस्कृति के दर्शन कराती है। ड सभी ने काव्यपाठ भी किया।
जाट एकता संगठन के अमित चौधरी, निखिल प्रकाशन के एमएम शर्मा, प्रेम सिंह सोलंकी, सुरेन्द्र वर्मा एडवोकेट, इन्दु सिंह, सुनीत, रामलता, जाट क्षत्राणी की ओर से डॉ. हृदेश चौधरी आदि ने माला और साफा पहनाकर आचार्य यादराम सिंह वर्मा ‘कविकिंकर’ और उनकी पत्नी उर्मिला वर्मा का सम्मान किया। डॉ. हृदेश चौधरी को भी सम्मानित किया गया। सम्मान पत्र का वाचन यूटा के कोषाध्यक्ष संजीव कुमार शर्मा ने किया। सचिव डॉ. सुरेन्द्र सिंह ने ट्रस्ट की रिपोर्ट पढ़ी। संचालन आदर्श शिक्षक और यूटा के अध्यक्ष राजीव वर्मा ने किया। इसके बाद हुए कवि सम्मेलन में कवियों ने काव्यपाठ कर हर किसी को मंत्रमुग्ध कर दिया।