पांच दिनों से लगातार धरना स्थल पर धरना दे रही आशा कार्यकत्रियाँ।
जनपद के अधिकारियों द्वारा समस्याओं का निराकरण न करने पर गाढ़े धरना स्थल पर टेंट और तंबू।
कोबिड-19 महामारी से बचाउ के लिए टीकाकरण भी न कराने की दी धमकी।
आशाओं की मांगे पूरी ना होने तक अनिश्चितकालीन धरना देने की भी दी धमकी!

एटा- शहर में लगातार 5 दिनों से धरना स्थल पर धरना दे रही आशा कार्यकत्रियों ने जनपद के किसी भी अधिकारी द्वारा उनकी समस्याओं को ध्यान एवं संज्ञान में न लेने से आक्रोशित होकर अनिश्चितकालीन धरने के साथ-साथ आज दोपहर में धरना प्रांगढ में अपना टेंट और तंबू भी गाड़ दिए हैं। आशा कार्यकत्रियों का मुख्य रूप से कहना है है कि कहीं ना कहीं सरकार द्वारा उनके साथ घोर अन्याय किया जा रहा हैं। उनका किसी भी जनपद में आशाओं का कार्यालय है और न ही बैठने की कोई जगह सुनिश्चित नहीं की है। तो वही आज की महंगाई में मात्र ₹2000 सरकार द्वारा देने से उनका सारा घर का खर्च कैसे चल सकता है यह तो सरकार का सरेआम अन्याय है धरना दे रही कार्यकत्रियों की एटा जिलाध्यक्ष पुष्पा देवी का कहना है कि सरकार हमें कम से कम मासिक वेतन ₹18000 करें जिससे हर आशा बहिनों का महीने का गुजारा हो सके।और प्रदेश के प्रत्येक जनपद में आशाओं का कार्यालय हो जहां उनकी समस्याओं का निराकरण किया जा सके, आदि मुख्य समस्याओं को लेकर अनिश्चितकालीन धरना जारी है और तब तक जारी रहेगा जब तक सभी आशा बहनों की मांगों को सरकार पूरा नहीं करेगी तब तक धरना स्थल पर अनिश्चितकालीन धरना चलता रहेगा।