
कौशाम्बी।
भाजपा बताये कि विश्वकर्मा समाज को क्या मिला। न सम्मान मिला और न अधिकार। न आरक्षण मिला और न हिस्सेदारी।उक्त बाते समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारणी सदस्य पूर्वमंत्री रामआसरे विश्वकर्मा ने आज केसरिया मोड़ मथुरा बृंदावन गेस्ट हाउस कमासिन कौशाम्बी में आयोजित विश्वकर्मा चौपाल मे कही। पूर्वमन्त्री ने कहा भाजपा ने पिछडे वर्गों को गुमराह किया। चुनाव मे जनता से किया गया वादा पूरा न करके जनता से वादाखिलाफी किया। आज पिछडे वर्गों का आरक्षण को समाप्त करने का प्रयास किया जा रहा है। भाजपाराज मे पिछडा वर्ग तथा विश्वकर्मा समाज अपने को ठगा सा महसूस कर रहा हैं। भाजपा सरकार ने भगवान विश्वकर्मा के पूजा दिवस की छुट्टी को निरस्त करके भगवान विश्वकर्मा का अपमान किया।भाजपा सरकार ने विश्वकर्मा समाज को नौकरी रोजगार अधिकार सम्मान नहीं दिया। दिया तो सिर्फ अपमान उपेक्षा लाचारी मंहगाई और बेरोजगारी। आज भाजपा सरकार मे विश्वकर्मा समाज का एक भी विधायक या मन्त्री नही है जो समाज की बात को सरकार मे पहुचा सके।पूर्वमंत्री ने कहा कि भाजपाराज मे लगातार विश्वकर्मा समाज के ऊपर अन्याय अत्याचार हो रहा है लेकिन विश्वकर्मा समाज को सरकार से न्याय नही मिल रहा है। आज देश का संविधान और लोकतंत्र खतरे मे है। पिछडे वर्गो का आरक्षण खतरे मे है। भाजपा लगातार झूठ बोलकर सभी को गुमराह कर रही है। उन्होंने अपील कि सभी विश्वकर्मा समाज एकजुट हो।भाजपा के झूठ से सतर्क रहे और गुमराह न हो।सभी एकजुट होकर समाजवादी पार्टी को वोट करे और सपा की सरकार बनाये तथा माननीय अखिलेश यादव जी को मुख्यमंत्री बनाये तभी समाज का सम्मान और भविष्य सुरक्षित रहेगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष शैलेन्द्र विश्वकर्मा तथा संचालन श्रीचन्द्र विश्वकर्मा ने किया। इस मौके पर सपा जिलाध्यक्ष दयाशंकर यादव अखिल भारतीय विश्वकर्मा शिल्पकार महासभा के जिलाध्यक्ष शैलेंद्र विश्वकर्मा कृष्णा प्रसाद विश्वकर्मा डा. असलम कैलाश चन्द केसरवानी आनन्द मोहन पटेल काशी हुसैन महेंद्र सेंगर लवकुश मौर्या विभा यादव लवलेश विश्वकर्मा मनीलाल विश्वकर्मा शिव प्रकाश विश्वकर्मा रामाश्रय विश्वकर्मा मास्टर विनय विश्वकर्मा रामलोटन विश्वकर्मा लाल प्रताप विश्वकर्मा डा.अरुण विश्वकर्मा सत्येन्द्र कुमार विश्वकर्मा दिनेश कुमार विश्वकर्मा जय प्रकाश विश्वकर्मा देवनारायण विश्वकर्मा अतुल विश्वकर्मा अंकित विश्वकर्मा देवनारायण विश्वकर्मा राजकुमार विश्वकर्मा प्रमोद विश्वकर्मा रधुनदन विश्वकर्मा आदि ने सम्बोधित किया ।