
मेडिकल कॉलेज में रेजिडेंट डॉक्टर्स की हड़ताल, मरीज बेहाल – रिपोर्ट शुभम शर्मा
अलीगढ़ – जे एन मेडिकल कॉलेजके रेजिडेंट डॉक्टर्स आज हड़ताल पर चले गये। वह नीट की काउंसिलिंग न होने से नाराज है। उनके हडताल पर जाने से कॉलेज में स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह चरमरा गई है। मरीज कॉलेज के बाहर इलाज को तडपते नजर आये। अधिकारियों ने रेजिडेंटस को समझाने का कई बार प्रयास किया, लेकिन उन्होंने किसी की एक न सुनी। कहा कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं की जाती, जब तक हडताल जारी रहेगी।एएमयू के जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में जेआर-वन की काउंसिलिंग न होने से वह प्रमोट नहीं हो पा रहे है। उनका कहना है कि 16 से 20 घंटें तक लगातार काम करना पड रहा है। हर वर्ष जेआर-वन के आने के बाद पहला बैच प्रमोट होकर जेआर-टू में चला जाता है। लेकिन इस बार अभी काउंसिलिंग नहीं हुई है। मामले में न्यायालय से स्टे है। जिसमें 28 अक्टूबर की तारीख लगी थी। लेकिन उसके बाद 16 नवंबर की तारीख लगी, उसमें भी निर्णय नहीं आ सका। इसको लेकर जूनियर डॉक्टर्स नाराज है। उनका कहना है कि वह दिन रात सेवाएं दे रहे है। जो नियम विरुद्ध है। उनको प्रमोट होकर जेआर-टू में जाना है। लेकिन सरकार की लेटलतीफी के चलते ऐसा नहीं हो पा रहा है। कहा कि कई कई घंटें काम करना पड रहा है।आज जेआर-वन डॉक्टर्स के समर्थन में पूरे आरडीए से जुड़े डॉक्टर्स ने स्वास्थ्य सेवाओं का बहिष्कार कर सामुहिक हडताल शुरू कर दी। उनका कहना है कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होती, वह काम पर नहीं लौटेंगे। कॉलेज प्रशासन जूनियर डॉक्टर्स को समझाने के प्रयास में है, लेकिन वह मांग पर अडिग है। डॉक्टर्स की हड़ताल से मरीजों को इलाज नहीं मिल पाया है। मरीज कॉलेज गेट के बाद तडपते नजर आये। कॉलेज के अधिकारी चिकित्सकों को समझाने का देर रात तक प्रयास करते रहे। लेकिन डॉक्टर्स की हड़ताल जारी है।