
पिछली बार नहीं मिले दावेदार, इस बार लंबी कतार – रिपोर्ट शुभम शर्मा
अलीगढ़ – कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के पदार्पण का असर कहें या कुछ और। विगत चुनावों में दावेदार न मिलने से हताश-निराश रहने वाले कांग्रेस नेता इस बार जोश-जज्बे से लबरेज हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में जहां कांग्रेस को प्रत्याशी तो छोड़िए दावेदार तक नहीं मिले थे, वहीं इस बार लंबी कतार है। सातों विधानसभा सीटों पर 50 से अधिक नेता टिकट के लिए एक-दूसरे के सामने ताल ठोंक रहे हैं। अलीगढ़ और लखनऊ से लेकर दिल्ली तक आपने राजनैतिक आकाओं की शरण में पहुंच रहे हैं।आसन्न विधानसभा चुनाव को लेकर कमान खुद प्रियंका गांधी वाड्रा ने संभाल ली है। पूर्व में 15 सितंबर 15 अक्टूबर तक आवेदन मांगे गए। इस प्रक्रिया को कोई भी हल्के में न लें, इसके लिए 11 हजार का डिमांड ड्राफ्ट या आरटीजीसी, जमा करवाया गया। इसके बाद प्रियंका ने टिकटों में 40 फीसद महिला आरक्षण का एेलान किया तो आवेदन की तिथि 15 नवंबर तक बढ़ा दी गई। हर सीट पर इस बार महिला दावेदार भी दिखाई दे रही हैं। शहर, बरौली व इगलास सीट पर सबसे ज्यादा दावेदार हैं।
शहर – मनोज सक्सेना, मो. जियाउद्दीन राही, हाजी अरशान, यज्ञा अग्रवाल, रेखा शर्मा, मो. शारिक एडवोकेट, सुलेमान निजामी, असद फारुख, ई.वसीम, सीपी गौतम व उनकी पत्नी
कोल – विवेक बंसल, आगा यूनुस
इगलास -नितिन चौहान, शीलू चंदेल, कैलाश वाल्मीकि, लक्ष्मी नारायण, एमएल पापा, पूरन चंद
बरौली -कुंवर गौरांग देव चौहान, विनोद पांडेय, अनिल कुमार सिंह, जयदेव उपाध्याय, विजय सारस्वत, सुषमा शर्मा एडवोकेट, रमेश चंद्र शर्मा, धर्मेंद्र सिंह चौहान,
अतरौली -संगीता राजपूत, धर्मेंद्र कुमार लोधी, डा. ऋचा शर्मा
छर्रा -शेरपाल सिंह सविता, जितेंद्र बघेल, अखिलेश कुमार शर्मा
खैर -रोहताश सिंह जाटव, ज्ञान सिंह, राम गोपाल रैना, हेमंत कुमार, सपना पासवान।