
यूपी (जौनपुर) : खुदकुशी करने वाली 3 बेटियों की मां का दर्द आया सामने , पांच लोगों के परिवार में सिर्फ तीन लोगों का ही मिलता था राशन
- सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर साधा निशाना
यूपी के जौनपुर में खुदकुशी करने वाली 3 बेटियों की मां का दर्द सामने आया है। बताया जा रहा है कि विधवा पेंशन के 500 रुपए से परिवार चल रहा था। इतने कम रुपए से परिवार का भरण-पोषण न होने पर तीनों बेटियां मजदूरी करने लगी थीं। शनिवार को लेखपाल संदीप जयसवाल आशा देवी से मिलने पहुंचे। उन्होंने नया अंत्योदय कार्ड देने के बारे में बताया। जिस पर आशा देवी ने कहा कि उसकी कमाऊ पूत तो चली गईं, अब इन सारी सुविधाओं का क्या फायदा।
पिछले पंचवर्षीय में प्रधानमंत्री आवासीय योजना के तहत आशा देवी को 10/ 15 फीट का आवास अलॉट किया गया था। उसे बनवाने के लिए किश्तों में कुल 1 लाख 35 हजार रुपए भी खाते में आए। आशा देवी की बेटियों ने इन्हीं रुपए से घर की दीवारें खड़ी करवा दी। लेकिन इसी बीच बड़ी बहन रेनू की शादी तय हो गई।
तीनों बहनों ने घर उसी में बचे कुछ रुपए और मजदूरी के रुपयों को मिलाकर किसी तरह से बहन की शादी कर दी। इसके लिए उन्होंने कर्ज भी लिया था। जिसको चुकाने के लिए न तो उनके पास रुपए थे और न ही परिवार का भरण पोषण हो रहा था।
प्रधान राकेश पटेल ने बताया कि आशा देवी के पास 6 डेसीमल जमीन है। जिसमें वह कच्ची दीवारों पर छप्पर डालकर रह रही है। उसके दो हिस्से हैं। छोटा हिस्से में किचन है। दूसरे हिस्से में दो तख्ते रखे हुए हैं। जिस पर पूरा परिवार सोता था। आशा देवी के पास आयुष्मान कार्ड नहीं है। उज्ज्वला योजना के तहत गैस सिलेंडर मिला हुआ है लेकिन गैस भरवाने के पैसे नहीं है। खाना चूल्हे पर ही बनता है।
दरअसल आर्थिक तंगहाली से जूझ रही तीन सगी बहनों ने गुरुवार रात रेलवे ट्रैक पर सुसाइड कर लिया था। महराजगंज के अहिरौली गांव की आशा देवी अपनी बेटियों को याद कर बेसुध हो जा रही है। आशा देवी के आंखों की रोशनी तो कब की जा चुकी है लेकिन बेटियों की मौत के बाद से जीवन में अंधेरा और गहरा हो गया है।तीन बेटियों को एक साथ खोने का गम उन्हें सता रहा है। आशा देवी के पति की मौत 9 साल पहले ही हो गयी थी। आरती, प्रीति और काजल किसी तरह मजदूरी कर घर का खर्च चलाती थीं।
उधर, सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने ट्वीट कर सरकार पर सवाल उठाए हैं। अखिलेश ने कहा कि नेत्रहीन मां के आजीवन भरण पोषण का प्रबंध करे सरकार, झूठे कीर्तिमानों की होर्डिंग उतरवा ले भाजपा सरकार।
उप्र के जौनपुर में भूख व बेकारी से त्रस्त एक नेत्रहीन विधवा की तीन बेटियों की आत्महत्या की खबर बेहद दुखद है। भाजपा सरकार में अगर रत्ती भर भी संवेदना है तो वो नेत्रहीन माँ के आजीवन भरण-पोषण का प्रबंध करे। भाजपा सरकार को अब अपने झूठे कीर्तिमानों के होर्डिंग उतरवा लेने चाहिए।