राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन की जनपद स्तरीय समीक्षा बैठक संपन्न
एटा

जनपद में गुरुवार को कार्यालय मुख्य चिकित्सा अधिकारी एटा सभागार में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ उमेश कुमार त्रिपाठी की अध्यक्षता में क्षय रोग उन्मूलन जनपद स्तरीय समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया।
समीक्षा बैठक के दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ उमेश कुमार त्रिपाठी ने सभी टीबी यूनिट के कर्मचारियों को क्षय रोगियों की एचआईवी जांच हेतु ड्यूलिस्ट बनाकर जांच कराने के लिए निर्देशित किया। जिससे सभी एचआईवी के रोगियों की एचआईवी की जांच हो सके। इसके साथ ही सभी क्षय रोगियों की ब्लड शुगर की जांच भी कराया जाना सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के सफल होने के लिए सभी मानकों के अंतर्गत कार्य करना अनिवार्य है।
समीक्षा बैठक के दौरान जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ राजेश शर्मा ने प्रत्येक क्षय रोगी का उपचार उसकी एचआईवी, ब्लड शुगर व ड्रग सेंसटिविटी टेस्ट कराने के उपरांत ही प्रारंभ किए जाने हेतु निर्देश दिए। इससे क्षय रोगियों को मानक अनुरूप उपचार मिल सकेगा। साथ ही उन्होंने टीबी यूनिट प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सकीट पर एचआईवी की जांच मानकों के अनुरूप न होने के कारण संबंधित एचटीएलएस को पूर्व में उपचार ले रहे क्षय रोगियों की एचआईवी जांच जल्द से जल्द कराने हेतु निर्देशित किया।
पीपीएम कोऑर्डिनेटर आशीष पाराशरी ने बताया कि क्षय रोग के लिए उपचार बिल्कुल निशुल्क उपलब्ध है। जनपद में इस समय 2220 रोगियों को निशुल्क उपचार मुहैया कराया जा रहा है।
गौरतलब है कि क्षय रोगियों मे दो सप्ताह से अधिक खांसी, खांसी में बलगम आना, बलगम में खून आना, सीने में दर्द, लगातार बुखार, भूख न लगना, वजन कम होना, रात में सोते समय सामान्य की अपेक्षा अधिक पसीना आना आदि लक्षण हो सकते हैं। ऐसे में शीघ्र अपना टेस्ट कराकर रोगियों को उपचार लेना चाहिए।