
पीएम मोदी द्वारा कृषि कानून बिल वापस लेने पर किसानों ने बांटी मिठाई – रिपोर्ट शुभम शर्मा
अलीगढ़ – चंडौस क्षेत्र के किसानों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा तीनों बिल की वापसी करने की जानकारी देने की खबर के बाद खुशी जाहिर कर मिठाई खिलाकर एक दूसरे को शुभकामनाएं दी। किसान एकता संघ के जिला महासचिव रॉबिन चौधरी ने कहा कि किसान महीनों से अपनी जीत के लिए भूखे प्यासे बरसात में रहकर प्रदर्शन कर रहे थे। क्योंकि यह लड़ाई किसान मजदूर वर्ग के हक की लड़ाई थी। यह जीत किसान और मजदूर वर्ग की जीत होगी। किसान नेता ने कहा सरकार को यह फैसला काफी पहले ही ले लेना ले लेना चाहिए था। आंदोलन के दौरान शहीद हुए किसानों को शहीद का दर्जा दिलाए जाने की भी मांग कर रहे। वहीं भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष राजवीर सिंह जादौन ने बयान जारी करते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के बयान से बने मौजूदा माहौल पर संयुक्त किसान मोर्चा फैसला लेगा उन्होंने कहा कि फिलहाल 22 नवंबर लखनऊ महापंचायत निश्चित रूप से होगी सभी किसान अपनी तैयारी के साथ लखनऊ पहुंचे। वहीं किसान नेता राजेन्द्र सिंह ने कहा कि आज प्रकाश दिवस के दिन किसानों को यह जीत के रूप में ख़ुशख़बरी मिली है। तीनों क़ानून रद्द किये जाने की घोषणा की गई है। इस आंदोलन में 700 से ज़्यादा किसान शहीद हो गए। उनकी शहादत अमर रहेगी। आने वाली पीढ़ियाँ याद रखेंगी कि किस तरह इस देश के किसानों ने अपनी जान की बाज़ी लगाकर किसानी और किसानों को बचाया था। अभी किसानों को कानूनी रूप से संसद में बिल को रद्द करने का इंतजार रहेगा। जब तक संसद सत्र में तीनों बिलों की वापसी की घोषणा एवं एमएसपी जारी रखने की प्रक्रिया पूरी नहीं की जाती हम वापस नहीं हटेंगे। सरकार ने बार-बार झूठ बोला है इसलिए हमें भरोसा नहीं है लेकिन खुशी है कि किसान महीनों से अपनी जीत के लिए भूखे प्यासे बरसात में रहकर प्रदर्शन कर रहे थे। क्योंकि यह लड़ाई किसान मजदूर वर्ग के हक की लड़ाई थी।