यूपी : जिस लड़की को भगाने का लगा था अल्ताफ पर आरोप, पुलिस ने उसको बरामद किया
- न्यायालय मे होगी पेश
कासगंज में अल्ताफ को जिस लड़की को भगाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था, उस लड़की को पुलिस ने 5 दिन बाद बरामद कर लिया है। लड़की को मेडिकल परीक्षण के लिए भेजने के बाद न्यायालय में पेश किया गया है।

जहां लड़की के 164 के तहत बयान दर्ज कराए जाएंगे। पुलिस ने लड़की के परिवार को भी बरामद कर लिया है। परिवार ने जान का खतरा बताते हुए पुलिस से सुरक्षा की गुहार लगाई है। जिसके बाद पुलिस ने परिवार की निगरानी बढ़ा दी है।
पुलिस ने अभी तक बरामदगी का कोई ब्यौरा जारी नहीं किया है। इस मामले में आरोपी कौन-कौन है, यह भी साफ नहीं हुआ है। न्यायालय में युवती के बयान दर्ज होने के बाद पुलिस मामले में खुलासा कर सकती है।
अल्ताफ के पिता ने शनिवार को जिन दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए तहरीर दी थी, उनमें कोतवाली कासगंज के इंस्पेक्टर वीरेंद्र सिंह इंदौलिया, कांस्टेबल जागेश मिश्रा, दरोगा चंद्रेश गौतम, नदरई गेट चौकी के इंचार्ज विकास कुमार, हेड कांस्टेबल घनेंद्र सिंह, कांस्टेबल सौरभ सोलंकी और कुछ अज्ञात लोग शामिल हैं।
अल्ताफ के खिलाफ एक नाबालिग हिंदू लड़की को भगाने का आरोप था। 9 नवंबर को पूछताछ के लिए पुलिस ने उसको हिरासत में लिया था। पुलिस की कहानी के मुताबिक, उसने हवालात के अंदर बने बाथरूम में जाने की इच्छा जताई थी। वहां उसने जैकेट के हुक में लगी डोरी से अपना गला घोंटने की कोशिश की। इसके लिए बाथरूम के नल में डोरी फंसाई थी। कुछ देर तक उसके वापस नहीं लौटने पर पुलिसकर्मी बाथरूम में गए। अल्ताफ को अस्पताल पहुंचाया गया था। जहां उसकी मौत हो गई थी।