
ईरान की नौसेना के सैन्य अभ्यास में ड्रोन विमानों और पनडुब्बियों ने अपनी ताक़त का प्रदर्शन करते हुए डमी निशानों को ध्वस्त कर दिया।
राडार की पहुंच से दूर रहने वाले उम्मीद ड्रोन और वलफ़ज्र मिसाइल का कारनामा बड़ा उल्लेखनीय रहा। ईरान की नौसेना ज़ुलफ़ेक़ार नाम से अभ्यास कर रही है जिसमें तारिक़ और ग़दीर नामक पनडुब्बियों ने पानी के भीतर अपने निशानों को ध्वस्त किया।
ईरानी पनडुब्बियों ने कई प्रकार के मिसाइलों से समुद्र की सतह के ऊपर और सतह के भीतर टारगेट ध्वस्त किए।
सैन्य अभ्यास के प्रवक्ता एडिमरल सैयद महमूद मूसवी ने कहा कि तारिक़ पनडुब्बी ने तारपीडो फ़ायर करके समुद्र की सतह पर अपने टारगेट को ध्वस्त कर दिया जबकि ग़दीर पनडुब्बी ने वलफ़ज्र तारपीडो फ़ायर किया।
सैन्य अभ्यास के दौरान डीएम-1 नाम की बारूदी सुरंग भी फ़ायर की गई जबकि एलेक्ट्रानिक जंग के अभ्यास के तहत उम्मीद ड्रोन विमान की ताक़त का प्रदर्शन किया गया।
एडमिरल मूसवी का कहना था कि अभ्यास में स्थानीय रूप से विकसित किए गए आधुनिक उपकरणों का इस्तेमाल किया जा रहा है जो गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि ईरानी वैज्ञानिकों की अथक मेहनत के नतीजे में आज हम रक्षा क्षेत्र में अपनी ज़रूरत की हर चीज़ ख़ुद बना रहे हैं और सैन्य अभ्यास में ईरान ने जिस सैनिक ताक़त का प्रदर्शन किया है वह पश्चिमी देशों की पाबंदियों की विफलता का प्रमाण है।
एडमिरल मूसवी ने कहा कि इस समय आतंकवाद, ज़ायोनिज़्म और उनके समर्थकों की वजह से पूरे इलाक़े के सामने ख़तरे उत्पन्न हो गए हैं और हमारा मानना है कि क्षेत्र में शांति व स्थिरता के लिए सभी क्षेत्रीय देशों का सहयोग ज़रूरी है।