
बदलाव से ही समाधान लेकिन बदलाव हेतु क्रांति जरूरी – अजीत सिन्हा
राँची ( झारखण्ड) – राष्ट्रीय अमन महासंघ के सर महासंघ दिग्दर्शक एवं नेताजी सुभाष सेना व अमन हिंद फौज के कमांडर – इन – चीफ अजीत सिन्हा ने मित्रों सहित देशवासियों को दीपोत्सव पर्व दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें देते हुए कहा कि जीवन में रोशनी केवल दीप जलाने से नहीं होती अपितु उस अनुरूप कार्य करने से होती है क्योंकि दीये का कार्य जलने के बाद समयोंपरांत बुझना ही है लेकिन जो अपनी और अपने देशवासियों के जीवन में रोशनी जलाकर उनके जीवन को प्रकाशमान करना चाहते हैं उन्हें अपनी स्वार्थ को त्याग कर लोगों के जीवन स्तर को ऊपर उठाने के लिए कार्य करना ही होगा और इसके लिये उन्हें देश की व्यवस्था में आमूलचूल परिवर्तन हेतु कमर कसनी ही होगी क्योंकि समस्याओं का समाधान बिना बदलाव के सम्भव नहीं है और इस बदलाव हेतु एक बार पुनः क्रांति की ज्वाला ठीक उसी तरह से फैलाने की आवश्यकता जिस तरह से लोकनायक जय प्रकाश नारायण जी ने देश से काँग्रेस की मुक्तिकरण हेतु संपूर्ण क्रांति की बिगुल को फूँकी थी जिससे काँग्रेस की हालत दिन – प्रतिदिन खराब होती चली गई और वर्तमान शासित पार्टी भाजपा का उदय हुआ जिससे व्यवस्था में बदलाव हुई और साथ में देश की स्तिथि – परिस्थितियों में भी। लेकिन ऐसा देखने को मिली है कि हर उत्थान के बाद पतन निश्चित रूप से होता है इसलिए मेरी समझ से एक बार पुनः समस्याओं के निराकरण हेतु सत्ता में बदलाव की आवश्यकता जान पड रही है लेकिन पुनः काँग्रेस की उदय हेतु सोचना भी देशवासियों के लिए आत्मघाती कदम होगा इसलिये राष्ट्र में चौथी शक्ति के उदय हेतु देशवासियों को प्रयास करनी होगी और इसलिये नई पार्टियों में विश्वास कर उनके कदम को भी परखने की आवश्यकता है। इस हेतु राष्ट्र में बदलाव के लिए एक क्रांति देशवासियों को करनी होगी क्योंकि बदलाव से ही समाधान निश्चित है लेकिन बदलाव बिना क्रांति के नहीं हो सकती है। जय हिंद