
ठाकुरद्वारा थाना क्षेत्र में गैंगरेप का मामला सामने आया। घर में अकेली महिला के साथ पूर्व प्रधान समेत चार लोगों ने शर्मनाक घटना को अंजाम दिया। विरोध करने पर लाइसेंसी रिवाल्वर से जान से मारने की धमकी दी। तहरीर वापस लेने के लिए धमकाया। पीड़िता के पति को भी जान से मारने की धमकी के साथ ही फर्जी केस में जेल भिजवाने की भी चेतावनी दी। धनबल के कारण कई दिनों तक थाने में मुकदमा भी दर्ज नहीं होने दिया। एसएसपी के निर्देश पर पूर्व प्रधान समेत चार लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया। पुलिस आरोपियों की तलाश में जुट गई है।
पीड़िता ठाकुरद्वारा थाना क्षेत्र की रहने वाली है। 18 अगस्त को पीड़िता घर पर अकेली थी। पति और परिवार के अन्य सदस्य रिश्तेदारी में आयोजित कार्यक्रम में भाग लेने के लिए गए हुए थे। इसी बीच यासीन पुत्र शकर, कलीम पुत्र अजीज और इफ्तेखार पुत्र निसार घर में घुस आए। इफ्तेखार ने लाइसेंसी रिवाल्वर कनपटी पर रख दी। इसके बाद तीनों ने बारी-बारी से शर्मनाक वारदात को अंजाम दे डाला। इसके बाद तीनों आरोपी फरार हो गए। रिश्तेदारी से घर लौटने पर घटना की जानकारी पति को दी। उनके साथ ठाकुरद्वारा थाने में जाकर तहरीर दी, मगर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज नहीं की। इफ्तेखार का पूर्व प्रधान भाई इलियास ने तहरीर वापस लेने का दबाव बनाया। इनकार करने पर जान से मार डालने की धमकी दी। पीड़िता ने बताया कि आरोपियों ने धनबल के दम पर थाने में केस दर्ज नहीं होने दिया। मजबूर होकर एसएसपी बबलू कुमार से न्याय की गुहार लगाई। इसके बाद ही यासीन, कलीम, इफ्तेखार व इलियास के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया। ठाकुरद्वारा इंस्पेक्टर ने बताया कि आरोपियों की तलाश की जा रही है।