यौन एवं प्रजनन स्वास्थ्य पर
जागरूक करेंगी काउंसलर्स

यौन एवं प्रजनन स्वास्थ्य पर
जागरूक करेंगी काउंसलर्स
प्रशिक्षण संपन्न

  • साझा मंच पर काम करेंगी परिवार नियोजन और अर्श काउंसलर
  • जिले में हैं 10 अर्श काउंसलर और 1 परिवार नियोजन काउंसलर

एटा,

परिवार नियोजन के लाभों को और बेहतर तरीके से लोगों को समझाने हेतु सीएमओ कार्यालय में परिवार नियोजन काउंसलर और अर्श काउंसलर्स को प्रशिक्षित किया गया। प्रशिक्षण के दौरान लक्षित दंपत्ति को परिवार नियोजन के लाभों को और बेहतर तरीके से बताए जाने के साथ-साथ किशोर किशोरियों की जिज्ञासाओं के उचित समाधान के विषय में अर्श काउंसलर को प्रशिक्षित किया गया।

नोडल अधिकारी परिवार नियोजन एसीएमओ डॉ सुधीर कुमार ने बताया कि जिला चिकित्सालय और सभी ब्लॉक की सीएचसी सहित जिले भर में कुल 10 अर्श काउंसलर और 1 परिवार नियोजन काउंसलर की तैनाती है। इन सभी का संयुक्त प्रशिक्षण सुबह 10 बजे से सीएमओ कार्यालय में आयोजित किया गया। उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य अर्थ काउंसलर्स को प्रशिक्षित करके परिवार नियोजन के लाभों को और बेहतर तरीके से लोगों तक पहुंचाने व किशोर एवं किशोरियों की जिज्ञासाओं का सरलता के साथ समाधान करना है।

प्रशिक्षण के दौरान मास्टर ट्रेनर डॉ. नितिन गुप्ता द्वारा जी.पी.एल.ए स्टेटस(ग्रेविडा,पेरा, लिव, अबॉर्शन) के विषय में विस्तृत रूप से बताया गया। साथ ही बीएमआई कैलकुलेशन के विषय में जानकारी मुहैया कराई। डॉ. गुप्ता द्वारा पीसीपीएनडीटी एक्ट, असुरक्षित गर्भपात, गर्भावस्था ,गर्भपात के बाद सावधानी आदि के विषय में बताया।साथ ही 10 से 19वर्ष के किशोर-किशोरियों को स्वास्थ्य संबंधी उनकी समस्याओं का समाधान किस तरह से करना है, इस बारे में भी जानकारी दी।

क्वालिटी एसोसिएट मनोज कुमार व रजनी द्वारा परिवार नियोजन काउंसलर और अर्श काउंसलर को प्रशिक्षित कर उन्हें स्वस्थ जीवन शैली को बढ़ावा देने और प्रजनन स्वास्थ्य व एचआईवी की रोकथाम के बारे में जानकारी दी गई। व परिवार नियोजन के साधनों के बारे में विस्तृत जानकारी दी ।


अंतरा-

-अंतरा त्रैमासिक एक गर्भनिरोधक इंजेक्शन है । जिसकी पहली डोज डॉक्टर की देखरेख में महिला का स्वास्थ्य परीक्षण करने के बाद ही लगायी जाती है, उसके बाद दूसरी डोज प्रशिक्षित स्टॉफ नर्स या एएनएम के द्वारा लगाई जाती है, जो की महिलाओं को तीन माह के अंतर पर मासिक धर्म आने के सात दिन के अंदर बिना किसी जांच के दिया जाता है।

छाया-

-छाया गोली यह एक साप्तहिक नान हार्मोनल गर्भनिरोधक गोली है। यह प्रसव या गर्भपात के तुरंत बाद प्रारंभ की जा सकती है।

माला –

माला गोली रोजाना ली जाती है। प्रसव के बाद शुरू करते हैं ।

पीपीआईयूसीडी –

  • डिलीवरी में प्लेसेंटा बाहर आने के 10 मिनट के भीतर या 48घंटों के अंदर ऑपरेशन के दौरान लगाते हैं। प्रसव के छह हफ्तों बाद गर्भपात के तुरंत बाद अगर संक्रामक न हो तो माहवारी शुरू होने पर पहले दिन से 12 दिन के भीतर कभी भी दे सकते है।

कार्यक्रम के दौरान अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी व परिवार नियोजन के नोडल डॉ सुधीर कुमार, अपर मुख्य चिकित्साअधिकारी डॉ राम सिंह, डीएफपीएस आशीष दुबे, परिवार नियोजन लॉजिस्टिक्स मैनेजर अवनीश पाठक,सभी अर्श काउंसलर्स आदि मौजूद रहे।

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निशाकांत शर्मा (सहसंपादक)

यह खबर /लेख मेरे ( निशाकांत शर्मा ) द्वारा प्रकाशित किया गया है इस खबर के सम्बंधित किसी भी वाद - विवाद के लिए में खुद जिम्मेदार होंगा

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