सर्वे संतु निरामया ……

लाई हूँ आपके लिए स्वास्थ्यवर्धक लड्डू …….
जी आज न टप्पा ,न कजरी ,न गज़ल न ठुमरी ,न कथा न कहानी ….बस स्वादिष्ट लड्डू —— जिसमें ना घी है ना चीनी …. फिर भी मीठे …
इस लड्डू में है ओमेगा -३, जो ब्लड कंट्रोल करने में मदद करेगा ,
डायबटीज़ के रोगियों के लिए भी फ़ायदेमंद -क्योंकि इसमें चीनी बिलकुल नहीं है ।
हड्डियों को मज़बूती प्रदान करने वाला
शरीर में आयरन की कमी को दूर करता
किसी भी बीमारी के बाद उत्पन्न हुई कमज़ोरी को दूर करता है ।
त्वचा के लिए फ़ायदेमन्द
और बालों के लिए भी ——-
और हाँ इसे आप व्रत में भी खा सकते हैं ।
तो शुरू करते हैं लड्डू बनाना ——
सामग्री……
१ कटोरी अलसी के बीज
आधा कटोरी सफ़ेद या काला तिल ( जो आपको पसंद हो ,मैंने सफ़ेद तिल लिया है )
१ कटोरी बादाम ,
आधा कटोरी मख़ाना
१ बड़ा चम्मच खसखस
डेढ़ कटोरी खजूर (dates)
—लड्डू बनाने की विधि——
सर्वप्रथम अलसी के बीज धीमी आँच पर भून लें ।याद रखिए जैसे ही कड़ाही में एक दो बीज चटकने लगे । उसे उतार लें ।
इस के बाद तिल भून कर अलग रखें ।
इसी तरह बादाम ,मख़ाना अलग अलग भून लें । खसखस को भुनने की ज़रूरत नहीं है ।
याद रखिए भुनने के लिए घी का प्रयोग बिलकुल ना करें ।
अब सब भूने मेवा को मिक्सी में पीस लीजिए ।
फिर खजूर के बीज निकाल कर इसी पीसे हुए मेवा में मिला लें और खजूर के साथ मिक्सी में पीस लीजिए ।
इस पिसी हुई सामग्री को एक प्लेट में निकाल कर लड्डू बना लें । यदि लड्डू नहीं बंध रहे तो थोड़े से खजूर फिर से पिसे मेवा में डाल कर पीस लीजिए ।
लड्डू खजूर से ही बंध जाते हैं ।
तो तैयार है आपके सेहतमंद लड्डू …..रोज़ एक लड्डू खाइए , और स्वस्थ्य रहिए
( एक लड्डू एक दिन में पर्याप्त है )
स्मरण रहे , ये कोई दवा नहीं है , किंतु इसे आप पौष्टिक आहार की ऊर्जा के लिए ले सकते हैं ।
—dr.nirupama varma ….