निगम चुनाव से पूर्व भाजपा देगी नेताओं को दीपावली का तौहफा

निगम चुनाव से पूर्व भाजपा देगी नेताओं को दीपावली का तौहफा

उप चुनाव में मेहनत करने वालों को निगम बोर्ड और प्राधिकरण में मिलेगी नियुक्तियां

इंदौर, प्रदीप जोशी। उप चुनाव में मालवा निमाड़ से मिले आशानुरूप परिणाम के बाद प्रदेश भाजपा नेतृत्व खासा उत्साहित है। अब उन नेताओं को उपक्रत करने की बारी है जो भाजपा की जीत के शिल्पकार बने। इन नेताओं को निगम, बोर्ड, प्राधिकरण तथा संगठन में जिम्मेदारियां सौप कर उपक्रत किया जाएंगा। दीपावली के यह तौहफे निगम चुनाव के पूर्व ही मिल सकते है इसके संकेत मिल रहे है। गौरतलब है कि मालवा निमाड़ मेहनत करने वाले दर्जन भर नेता संगठन की नजर में है। इन्हीं नेताओं की मेहनत का नतीजा है कि गढ में हाथ से छिटकी सात में से छह सीटों पर दोबारा भाजपा का कब्जा है।

सांवेर की जीत का सेहरा सात नेताओं के सर

सांवेर जैसे प्रतिष्ठापूर्ण सीट पर भाजपा ने रिकार्ड मतों से जीत दर्ज करवा कर इतिहास बनाने का काम किया है। तुलसी सिलावट की इस जीत में चुनाव प्रभारी रमेश मेंदोला का अहम रोल रहा है। उनके साथ संचालन की जिम्मेदारी डॉ राजेश सोनकर, इकबालसिंह गांधी, गोविंद मालू, उमेश शर्मा, सावन सोनकर और मधु वर्मा पर थी। मेंदोला को मंत्री मंडल में स्थान दिए जाने का आश्वासन दिया जा चुका है। वही राजेश सोनकर चुनाव पूर्व ही जिलाध्यक्ष मनोनित हो चुके थे। गोविंद मालू, उमेश शर्मा, सावन सोनकर को आने वाले दिनों में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी जा सकती है। पिछला चुनाव हार चुके मधु वर्मा और इकबाल सिंह गांधी टीम वीडी शर्मा का हिस्सा हो सकते है।

मोघे, जिराती, जोशी और नेमा का भी चमकेगा सितारा

उप चुनाव में मिली जीत के बाद इंदौर के पूर्व महापौर कृष्णमुरारी मोघे, पूर्व विधायक जीतू जिराती और गोपीकृष्ण नेमा का सितारा चमकने वाला है। मोघे बदनावर के प्रभारी थे वही जिराती हाटपिपलिया जैसी प्रतिष्ठापूर्ण सीट की जिम्मेदारी संभाले हुए थे। गोपी नेमा पर नेपानगर सीट की जिम्मेदारी थी। मोघे और नेमा को महत्वपूर्ण निगम बोर्ड में जिम्मेदारी देकर उपक्रत किया जा सकता है। जिराती का दांवा इंदौर से महापौर के टिकट पर है और हाटपिपलिया जीत के बाद उनका दांवा और मजबूत हो गया है। हाटपिपलिया जीत के एक शिल्पकार पूर्व मंत्री दीपक जोशी भी है। मनोज चौधरी के टिकट का शुरूआत में विरोध करने वाले जोशी शिवराज के आश्वासन के बाद इमानदारी से चुनाव में जुटे थे। उन्हें संगठन या सरकार में कोई महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मिलना तय है। 

About The Author

निशाकांत शर्मा (सहसंपादक)

Learn More →

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

अपडेट खबर के लिए इनेबल करें OK No thanks