डीआईजी अनिल कुमार, उनकी पत्नी व दारोगा बृजेश कुमार सिंह सहित एक अन्य के खिलाफ महानगर थाने में गम्भीर धाराओं में एफआईआर दर्ज,

डीआईजी अनिल कुमार, उनकी पत्नी व दारोगा बृजेश कुमार सिंह सहित एक अन्य के खिलाफ महानगर थाने में गम्भीर धाराओं में एफआईआर दर्ज, पैसा लेकर कब्जा देने के बाद जबर्दस्ती मकान से बेदखल करने का आरोप

पीड़ित रमेश गुप्ता का बयान

गम्भीर धाराओं में दर्ज हुई एफआईआर, एक दारोगा भी नामजद

उत्तरप्रदेश पुलिस में वायरलेस विभाग के डीआईजी अनिल कुमार, उनकी पत्नी पुष्पा अनिल, चंद्रपाल सिंह तथा दरोगा बृजेश कुमार सिंह पर थाना महानगर, लखनऊ में मु०अ०स० 443/2020 धारा 420, 406, 448, 506 आईपीसी दर्ज किया गया है। दर्ज हुई एफआईआर में व्यवसायी रमेश कुमार गुप्ता ने आरोप लगाया है कि अनिल कुमार और उनकी पत्नी ने अपने फ्लैट को उन्हें बेचने का वादा किया, अनिल कुमार ने एडवांस देने को कहा और शेष धनराशि किश्तों में देने की बात कही। एफआईआर के अनुसार श्री गुप्ता ने तत्काल एडवांस दे दिया, जिसके बाद अनिल कुमार ने उन्हें फ्लैट का कब्ज़ा दिया और श्री गुप्ता ने उस पर रंगाई-पुताई शुरू कर दिया। लेकिन अनिल कुमार अपने वादे से पलट गए और जबरदस्ती उन्हें मकान से बेदखल कर दिया।।

डीआईजी अनिल कुमार के ऊपर महानगर थाने में दर्ज एफआईआर की प्रति

डीआईजी द्वारा पीड़ित को जबरदस्ती फ्लैट से बेदखल करने का आरोप

राजधानी लखनऊ के गुडंबा थानाक्षेत्र के कल्याणपुर निवासी व्यवसायी रमेश कुमार गुप्ता ने एफआईआर में आरोप लगाया है कि अनिल कुमार और उनकी पत्नी ने इंदिरा दर्शन रेजीडेंसी, महानगर स्थित अपना फ्लैट श्री गुप्ता को रु० 60 लाख में बेचने का वादा किया, उन्होंने इसके लिए रु० 5 लाख एडवांस देने को कहा और शेष धनराशि किश्तों में देने की बात कही। एफआईआर के अनुसार श्री गुप्ता ने तत्काल एडवांस दे दिया, जिसके बाद अनिल कुमार ने उन्हें फ्लैट का कब्ज़ा दिया और श्री गुप्ता ने उस पर रंगाई-पुताई शुरू कर दिया। इसके बाद अनिल कुमार अपने वादे से पलट गए और उन्होंने बेईमानी के इरादे से श्री गुप्ता को जबरदस्ती फ्लैट से बेदखल कर दिया। इस प्रक्रिया में रमेश गुप्ता अनिल कुमार को रु० 6,40,000 दे चुके थे तथा उनका रंगाई-पुताई पर रु० 62,000 खर्च हो चुका था।

आईपीएस अमिताभ ठाकुर तथा उनकी पत्नी डॉ०नूतन ठाकुर का रहा निरंतर सहयोग- रमेश कुमार गुप्ता

फोटो: आईपीएस अमिताभ ठाकुर व उनकी पत्नी आरटीआई एक्टिविस्ट नूतन ठाकुर

एफआईआर के अनुसार जब श्री गुप्ता ने अपना पैसा वापस माँगा तो अनिल कुमार ने अपने स्टाफ के माध्यम से उन्हें धमकी दी और अपनी पत्नी द्वारा उनके खिलाफ छेड़छाड़ का फर्जी मुक़दमा भी महिला थाना, हजरतगंज में लिखवा दिया। रमेश गुप्ता ने कहा कि वे पिछले 01 साल से एफआईआर के लिए दौड़ रहे थे किन्तु किसी भी स्तर पर उनकी सुनवाई नहीं हो रही थी। बाध्य हो कर उन्होंने इलाहाबाद हाईकोर्ट की शरण ली तथा हाईकोर्ट द्वारा डीजीपी, यूपी हितेश चन्द्र अवस्थी को अवमानना नोटिस निर्गत करने के बाद ही उनका मुक़दमा दर्ज हो सका है, उन्होंने कहा कि उनके इस न्याय की लड़ाई में आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर तथा उनकी पत्नी डॉ नूतन ठाकुर का भी निरंतर सहयोग रहा था।

डीआईजी की पत्नी ने आईपीएस अमिताभ ठाकुर पर भी लगाए थे छेड़छाड़ के आरोप, तत्कालीन सीजीएम ने खारिज किया था मुकदमा

सीजीएम लखनऊ द्वारा उस वक्त आरोप खारिज करने का आदेश

आरटीआई एक्टिविस्ट नूतन ठाकुर के मुताबिक डीआईजी की पत्नी पुष्पा अनिल ने पूर्व में आईपीएस अमिताभ ठाकुर पर भी छेड़छाड़ के आरोप लगाये थे। जिसे सीजेएम कोर्ट लखनऊ ने विभागीय कार्यवाही से क्षुब्ध होकर किया गया मुक़दमा बताते हुए ख़ारिज कर दिया था।।

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निशाकांत शर्मा (सहसंपादक)

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