नीतीश के गढ़ में JDU MLA रहे रवि ज्योति हुए बागी, बोले- CM का मानसिक संतुलन बिगड़ा

रवि ज्योति बिहार पुलिस में इंस्पेक्टर थे और इनकाउंटर स्पेशलिस्ट माने जाते थे. 2015 में रवि ज्योति ने JDU के टिकट पर राजगीर में बीजेपी के छह बार के विधायक रहे सत्यदेव नारायण आर्या को हराया था.
पटना: नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा में सत्ताधारी जनता दल यूनाइटेड के बागी मुख्यमंत्री और पार्टी अध्यक्ष की परेशानी का सबब बने हुए हैं. राजगीर विधानसभा सीट पर JDU के बागी और विधायक रहे रवि ज्योति इस बार कांग्रेस के टिकट पर चुनावी मैदान में हैं. कुछ दिन पहले नीतीश कुमार ने रवि ज्योति का बिना नाम लिए कहा था कि जो जहां पैदा हुआ है उसे वहीं भेज दिया जाएगा. इस बयान पर काफी विवाद हुआ. कांग्रेस के रवि ज्योति के खिलाफ JDU से हरियाणा के राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्या के बेटे कौशल किशोर चुनावी मैदान में हैं.
रवि ज्योति बिहार पुलिस में इंस्पेक्टर थे और इनकाउंटर स्पेशलिस्ट माने जाते थे. 2015 में रवि ज्योति ने JDU के टिकट पर राजगीर में बीजेपी के छह बार के विधायक रहे सत्यदेव नारायण आर्या को हराया था. इस बार सत्यदेव नारायण आर्य के बेटे कौशल किशोर को JDU ने अपना प्रत्याशी बनाया है. इसी से नाराज रवि ज्योति ने JDU छोड़ दी और कांग्रेस के टिकट पर राजगीर विधानसभा से चुनावी मैदान में आ डटे हैं.
रवि ज्योति ने नीतीश कुमार के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि महागठबंधन की लहर देखकर उनका मानसिक संतुलन बिगड़ चुका है. बता दें कि राजगीर विधान सभा सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीट है. सत्यदेव नारायण आर्य भाजपा के टिकट पर यहां से चुनाव जीतते रहे हैं.