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हाथरस में मनीषा वाल्मीकि के साथ क्रूर बलात्कार और हत्या के बाद यूपी की भाजपा सरकार का रवैया सबसे शर्मनाक रहा!

अब यूपी सरकार नाकामी को छिपाने और सच्चाई से ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है। सरकार के शीर्ष अधिकारी और भाजपा का पूरा तंत्र दावा कर रहा है कि कोई बलात्कार नहीं हुआ था! यूपी सरकार ने हाथरस की बेटी के साथ हुए बलात्कार को झूठ साबित करने के लिए एक PR फर्म का सहारा लिया और यही सब खबरों में भी छाया रहा।
वास्तव में, यूपी सरकार और खुद मुख्यमंत्री भी यह दावा कर रहे हैं कि हाथरस में सरकार को बदनाम करने और हिंसा भड़काने की यह राजनीतिक साजिश है।
यूपी सरकार को जवाब देना होगा कि:
- क्या 19 वर्षीय बेटी का समूहिक बलात्कार और हत्या एक राजनीतिक साजिश थी?
- क्या दयनीय जाँच यूपी सरकार की राजनीतिक साजिश से हुई थी?
- क्या यूपी पुलिस ने एक राजनीतिक साजिश के तहत परिवार को अंतिम संस्कार से मना किया था?
- क्या यूपी पुलिस द्वारा हिंदुओं की परंपरा के खिलाफ जबरन अंतिम संस्कार करना एक राजनीतिक साजिश थी?
- क्या मीडिया को रोकना और उनके फोन टैप करना एक राजनीतिक षड्यंत्र था?
- क्या यूपी पुलिस द्वारा परिवार को डराना एक राजनीतिक षड्यंत्र था?
- आरोपी को गाँव में विरोध प्रदर्शन करने की इजाजत दी जा रही है, वहीं पीड़ित परिवार को घेरा जाना राजनीतिक षड्यंत्रहै?
केवल एक ही साजिश है जिसे भाजपा ने तैयार किया है, खुद को बचाना और अपनी नाकामियों पर पर्दा डालना।
आइए यूपी भाजपा सरकार को बेनकाब करें और अपने ट्वीट और पोस्ट में #योगीकाषड्यंत्र का उपयोग करते हुए न्याय की मांग करें।