कायाकल्प योजना में बड़ा गड़बड़ झाला
विद्यालयों का कायाकल्प हुआ नहीं है लाखों की धनराशि हो गई खर्च

चित्रकूट।सरकार द्वारा परिषदीय स्कूलों की दशा सुधारने के लिए विभिन्न मदों से बजट दिया जा रहा है। जिसमें सरकारी स्कूलों के कायाकल्प योजना के तहत स्कूलों की मरम्मत, मॉडल शौचालय, खेल सामान, निजी स्कूलों की तरह फर्नीचर समेत विभिन्न शिक्षा सामग्री देकर शिक्षा का बेहतर स्तर बनाने का प्रयास किया जा रहा है। मगर स्कूलों को दी जा रही सामग्री में जिम्मेदार सेंध लगाते हुए जमकर भृष्ट्राचार कर रहे है।दरसल मामला रामनगर क्षेत्र के टिकरी गांव में ऑपरेशन कायाकल्प के तहत परिषदीय विद्यालयों में ग्राम पंचायत द्वारा कराए गए सुंदरीकरण कार्य में लाखों का घोटाला किया गया जिसका खुलासा खंड शिक्षा अधिकारी की जांच में हुआ है डीएम के निर्देश पर भी जांच में किसी भी विद्यालय में कार्य नहीं पाया गया सिर्फ टाइल्स का कुछ कार्य हुआ है ।जबकि ग्राम प्रधान द्वारा कायाकल्प योजना में लगभग ₹19 लाख खर्च दिखाया गया है वीईओ ने जांच रिपोर्ट बीएसए को कार्रवाई के लिए भेजी है। सीकरी निवासी मनोज कुमार सिंह ने ऑपरेशन कायाकल्प के तहत ग्राम पंचायत द्वारा प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों में कराए गए कार्यों में व्यापक तौर पर की गई अनियमितता की शिकायत डीएम व बीएसए से किया था जिस पर बीएसए खंड शिक्षा अधिकारी रामनगर सत्यप्रकाश जयसवाल को जांच सौंपी थी खंड शिक्षा अधिकारी ने गांव पहुंचकर जब परिषदीय विद्यालयों को जांच किया तो वह भौचक्के रह गए। शिकायतकर्ता की शिकायत जांच में सही पाई गई है जांच रिपोर्ट के मुताबिक ग्राम प्रधान ने कायाकल्प के तहत कोई कार्य नहीं कराया है उच्च प्राथमिक विद्यालय के पांच कमरे एक बरामदा शौचालय में इंटरलॉकिंग एवं टायलिकरण हुआ है इसके अलावा अन्य कोई कार्य नहीं कराया गया है इसी तरह प्राथमिक विद्यालय के चार कमरों में टायलिकरण का काम हुआ है ।लगाए गए टायल्स उखड़ रहे हैं। रिपोर्ट में कहा है कि इस मामले की जांच अधिशाषी अभियंता से कराए जाने की आवश्यकता है।