
फर्जी तथाकथित डॉ की भेंट चढ़ी गर्भवती महिला
डॉ और दलाल लगे मामले को दबाने में…..
छोलाछाप फर्जी क्लिनिकों पर स्वास्थ्य विभाग की कार्यवाही जीरो
फर्जी झोलाछाप डॉक्टरों के भरोसे जिले की स्वास्थ्य व्यवस्थाएं
एटा। स्वास्थ्य विभाग की घोर लापरवाही और कुछ कमीशन खोर स्वास्थ्य कर्मियों के कारण जिले में फर्जी छोलाछाप चिकित्सकों का धंधा खूब फल-फूल रहा है लेकिन इस स्वास्थ्य विभाग की कार्यशैली के चलते जच्चा-बच्चा की मौतों के आंकड़े आएदिन बढ़ रहे हैं इस ओर ना स्वास्थ्य विभाग के उच्च अधिकारी ध्यान दें रहे हैं और ना ही जिला प्रशासन। आज फिर फर्जी छोलाछाप डाॅक्टर के कारण एक गर्भवती महिला मौत की भेंट चढ़ गई। रैवाडी मोहल्ला स्थित शिव मंदिर के पास एक घर में फर्जी तरीके से क्लिनिक चलाने वाली तथाकथित डॉ कल्पना ने एक गर्भवती महिला को मौत की भेंट चढ़ा दिया दरअसल इजरायल पुत्र रियासत अली निवासी ग्राम न्यौराई थाना कोतवाली देहात अपनी गर्भवती पुत्री मरजीना को तथाकथित डॉ कल्पना के पास ले गया जहां उसकी पुत्री मरजीना ने एक बच्चे को जन्म दिया। प्रार्थी का आरोप है कि इलाज के दौरान उसकी पुत्री की उचित देखरेख नहीं हुई और उसकी तबीयत बिगड़ गई, तबीयत बिगड़ती देख तथाकथित डॉ कल्पना के यहां मौजूद स्टाफ कर्मियों ने 26 हजार रुपए जमा कराकर जबरन उसे वहां से निकाल दिया और रास्ते में महिला ने दम तोड़ दिया।
मौत के बाद मामले को दबाने की कोशिश….
घटना के बाद मृतक महिला के पिता ने जब कुछ पत्रकारों को घटना की जानकारी दी तो पत्रकारों ने पीड़ित पिता की बाईट बना ली जिसमें पीड़ित पिता बता रहा है कि किस तरह तथाकथित डॉ कल्पना ने उसकी बेटी को मौत की नींद सुला दिया लेकिन सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार फर्जी डाॅ मामले को दबाने में लगी हुई है तथा ऐसी खबर है कि अपने स्टाफ कर्मियों द्वारा पीड़ित पिता को कुछ लालच देकर उससे अपने पक्ष में एक वीडियो बना लिया है जिससे अगर मामला अधिकारियों तक पहुंचे तो अपना बचाव कर सके और कमाल की बात तो यह है कि जब मृतक महिला का पिता एसएसपी कार्यालय शिकायत करने पहुंचा जहां उसने शिकायत टाइप तक करा ली और एसएसपी को देने जाते समय वहां से उस व्यक्ति को कब डॉ के लोग बहला-फुसलाकर कर ले गए शिकायत टाइप करने वाले को भी पता नहीं चला इससे अंदाजा लगा सकते हैं कि डॉ मामले को दबाने की पूरी कोशिश में लगी हुई है।
अब ऐसे में देखना है नवागत सीएमओ इस घटना को लेकर क्या कार्यवाही करते हैं या इस मौत को भी अन्य जच्चा-बच्चा की हुई मौतों की तरह रफा-दफा कर दिया जाएगा और ऐसे फर्जी झोलाछाप डॉक्टरों के फर्जी क्लिनिकों पर विभागीय मठाधीश भ्रष्ट अधिकारियों का संरक्षण कबतक बना रहेगा।