मनरेगा ऑडिट में मनमाना अधिभार थोपे जाने पर भड़के पंचायत अधिकारी
मुरादाबाद: भगतपुर विकास खंड में मंगलवार को ग्राम पंचायत अधिकारी एवं ग्राम विकास अधिकारी संघ की संयुक्त बैठक आयोजित हुई।

बैठक की अध्यक्षता ग्राम पंचायत अधिकारी संघ के जिला अध्यक्ष विनोद कुमार सागर तथा ग्राम विकास अधिकारी संघ के जिला अध्यक्ष महेंद्र सिंह ने की। इसमें बड़ी संख्या में ग्राम प्रधान, पंचायत सचिव, सहायक विकास अधिकारी व अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे। बैठक में कहा गया कि वित्तीय वर्ष 2021-22 में मनरेगा ऑडिट के दौरान ऑडिटरों ने मनमाने ढंग से लगभग संपूर्ण धनराशि का अधिभार ग्राम प्रधानों, पंचायत सचिवों एवं खंड विकास अधिकारियों पर आरोपित कर दिया है। जबकि वास्तविकता यह है कि वर्ष 2013 के बाद से मनरेगा खातों का संचालन ब्लॉक स्तर पर लेखाकार और खंड विकास अधिकारी द्वारा किया जा रहा है। तथा मजदूरी का भुगतान PFMS के माध्यम से सीधे श्रमिकों के खातों में हो रहा है। अधिकारियों का कहना था कि वर्ष 2013 से 2020 तक सहकारी समितियों एवं पंचायत स्तर पर कोई लेखा परीक्षण नहीं हुआ। अचानक सोशल ऑडिट और कैग (CAG) द्वारा आंतरिक ऑडिट किया गया, जो कि नियम विरुद्ध बताया जा रहा है। इसी आधार पर 500 से अधिक ग्राम पंचायतों पर मनरेगा की संपूर्ण धनराशि का अधिभार थोप दिया गया है। संघ पदाधिकारियों ने आरोप लगाया कि यह कार्रवाई पूरी तरह से नियम विरुद्ध और मनमानी है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि अधिभार वापस नहीं लिया गया तो पंचायत अधिकारी संघ व विकास अधिकारी संघ आंदोलन करने को बाध्य होंगे। बैठक में अखिल भारतीय प्रधान संघ अध्यक्ष नवाब अली, सचिव संजीव कुमार राणा, सचिव विनय आशीष, सचिव जरीफअहमद,सचिव पुष्पेंद्र कुमार,सचिव सत्यम गोड़, सचिव नितिन कुमार,सचिव सपना कुमारी, सचिव तरन्नुम आरा,सचिव नीरज कुमार,एडीओ मनोज कुमार,आदि सहित बड़ी संख्या में सचिव उपस्थित रहे l