
बलिया से एक शर्मनाक वीडियो वायरल हुआ है। भाजपा नेता मुन्ना बहादुर सिंह ने बिजली विभाग के अधीक्षण अभियंता को खुलेआम जूते से पीट दिया। सवाल यह है कि आखिर गलती किसकी है,बिजली विभाग की लापरवाह व्यवस्था की या नेताओं की गुंडागर्दी की? क्या समस्या का हल जूतों से निकलता है? अगर नेता ऐसे ही व्यवस्था सुधारेंगे तो लोकतंत्र की किताबें बदलनी पड़ेंगी,संवाद की जगह जूता प्रहार नया अध्याय बनेगा। नेताओं को सोचना चाहिए कि जनता उन्हें समस्याओं का समाधान करने भेजती है, न कि अफसरों को सड़क पर जलील करने के लिए.