
तिरंगा राष्ट्रीय प्रतीक है।
उसके अशोक चक्र की जगह में चांद तारा – अपराध है।
फिर तिरंगें के अशोक चक्र की जगह –
पंजा क्यों?
पंजा किसलिए?
पंजा कबसे ?
और पंजा कैसे?
क्या यह अपराध नहीं है?
पूछता है भारत?
हावड़ा ब्रिज……हावड़ा ब्रिज पर तिरंगे झंडे पर अशोक चक्र की जगह अर्धचंद्र है, जी हाँ, यही है I.N.I.A.
गठबंधन….
यानी कोलकाता का हावड़ा ब्रिज, जहाँ I.N.I.A. का नया झंडा है।
सच हमारे सामने आ रहा है, क्या आपने ये नहीं देखा?
सोचिए कि अगर आप एक भारतीय होने के नाते अपने साथ हो रहे छल का विरोध नहीं कर पा रहे हैं तो आप किस दिशा में जा रहे हैं। 1947 में मेरे देश को मिली आज़ादी, हमारा संविधान और हमारे क़ानून, सब इन दुष्ट ताकतों के नए क़ानूनों के आगे बेअसर हो जाएँगे, ये तय है… इसलिए, आइए हम भी कोशिश करें कि हमारे सामने इज़राइल जैसी स्थिति न आए। इसके लिए हमारे पास तीन बार सोचने और फ़ैसला लेने का समय है.. बस एक याद दिलाना है..🇮🇳🇮🇳