
एटा,
विश्व हिन्दू परिषद् सेवा विभाग की एक दिवसीय प्रांत बैठक का आयोजन सरस्वती विद्या मंदिर जी टी रोड़ पर हुआ।
बैठक का शुभारंभ केंद्रीय सहमंत्री एवं केंद्रीय सह सेवा प्रमुख ने भारत माता व श्री राम दरबार के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलित व पुष्पा अर्चन कर किया। मुकेश शुक्ल क्षेत्र सेवा प्रमुख, राजेश कुमार प्रांत संगठन मंत्री, रामदत्त प्रांत सेवा प्रमुख तथा राकेश त्यागी प्रांत सहमंत्री एवं पालक अधिकारी सामाजिक पुंज बैठक में मंचस्थ रहे। केंद्रीय अधिकारी सपन मुखर्जी द्वारा वर्तमान में संपूर्ण देश में विश्व हिंदू परिषद के द्वारा प्रमुख सेवा प्रकल्पों के बारे में जानकारी देते हुए कहा विश्व हिंदू परिषद सेवा विभाग द्वारा छात्रावासो में गिरिजन विकास केंद्रम बालिका छात्रावास पूर्व आंध्र प्रदेश, मेहता छात्रावास हाफलांग असम ,वात्सल्य वाटिका हरिद्वार , बाल कल्याण केंद्र (अनाथ आश्रम) में मातृछाया गोवा, बादामी देवी शिशु कल्याण केन्द्र हावड़ा, जशोदा सदन कटक उड़ीसा मातृ आंचल कन्या विद्यापीठ हरिद्वार, महिला आश्रम में गोमंतक लोक सेवा ट्रस्ट महिला आश्रम असगांव गोवा, अस्पताल अश्विनी हॉस्पिटल मडिकेरी कर्नाटक प्रमुख रुप से चलाए जाते हैं।
यह सेवा कार्य शिक्षा, संस्कार स्वास्थ्य, तथा रोजगार की दृष्टि से अभाव पूर्ति के माध्यम है। विहिप सेवा कार्यों के अन्तर्गत संस्कारशाला भी चलाता है।भारतीय जीवन रचना संस्कार आधारित है व्यक्ति का जन्म प्राकृतिक रूप से होता है किंतु उसका व्यक्तित्व संस्कारों के द्वारा गढ़ा जाता है जीवन में धर्म की अभिव्यक्ति संस्कारों के माध्यम से ही होती है । सिलाई केंद्र, कोचिंग ,कंप्यूटर केंद्र, कौशल विकास महिला स्वयं सहायता केंद्र जैसे प्रकल्पों के माध्यम से स्थायी सेवा कार्य समाज – सहयोग से चलाए जाते है।
परिषद द्वारा सेवा गतिविधियों का संचालन निश्चित उद्देश्य के अंतर्गत किया जाता है जिसमें देश के सभी भू भागों विशेषकर जनजातीय क्षेत्रों तथा नगरीय पिछड़ी बस्तियों में धर्मांतरण रोकना तथा परावर्तन को प्रोत्साहन देना ,अपने समाज बांधवों में शिक्षा एवं संस्कारों के द्वारा अपने देश,धर्म ,संस्कृति, परंपराओं इतिहास ,महापुरुषों तथा समाज के प्रति गौरव का भाव निर्माण करना। सामाजिक समरसता के भाव को परिपुष्ट करना ।अशिक्षित पिछड़े अथवा साधनहीन समाजबांधवों का स्वाभिमान जागते हुए उन्हें स्वावलंबी एवं जागरूक बनाना। इस हेतु स्वरोजगार के अंतर्गत विभिन्न विधाओं का प्रशिक्षण देना ।जिनकी सेवा की जाती है धीरे-धीरे वह स्वयं सेवा कार्य करने वाले बनें , यह वातावरण बनाना बनाना है। राजीव सिंह एड विकास सोमवंशी, शिवांग गुप्ता जिलामंत्री, सुभाष पाल सेवा प्रमुख, अनुभव गुप्ता, हरीश प्रताप सिंह, राजेश चौहान, वीर पाल शर्मा, बलराम गुप्ता, जितेंद्र कुमार, जगतपाल सिंह, आशीष शर्मा, दिनेश शर्मा, आकाश शंखधार, आचार्य हुकुम सिंह भारती, रमाकांत पचौरी, विद्याभूषण आदि उपस्थित रहे