उत्तर प्रदेश डीजीपी राजीव कृष्ण का मुहर्रम पर कड़ा रुख: नए मार्गों और हथियारों के प्रदर्शन पर पूर्ण प्रतिबंध!

उत्तर प्रदेश डीजीपी राजीव कृष्ण का मुहर्रम पर कड़ा रुख: नए मार्गों और हथियारों के प्रदर्शन पर पूर्ण प्रतिबंध!

भारतीय मीडिया फाउंडेशन के संस्थापक और इंटरनेशनल मीडिया आर्मी के मुख्य संयोजक संपादक ए.के. बिंदुसार ने इस महत्वपूर्ण अवधि में कानून-व्यवस्था का जायजा लेने के लिए उत्तर प्रदेश सहित पूरे भारत में अपनी मीडिया टीमों को मैदान में उतारा !

लखनऊ, उत्तर प्रदेश:

मुहर्रम के पवित्र अवसर पर कानून-व्यवस्था और सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखने के लिए उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) राजीव कृष्ण ने 26 जून को कड़े निर्देश जारी किए हैं. उन्होंने स्पष्ट आदेश दिया है कि मुहर्रम जुलूसों के लिए किसी भी नए मार्ग की अनुमति नहीं दी जाएगी, और जुलूसों के दौरान हथियारों के प्रदर्शन पर पूर्ण प्रतिबंध को सख्ती से लागू किया जाएगा.
डीजीपी के इस आदेश का असर कितना होगा, यह देखना महत्वपूर्ण है, क्योंकि मुहर्रम के आयोजन 27 जून से 6 जुलाई तक चलेंगे. भारतीय मीडिया फाउंडेशन के संस्थापक और इंटरनेशनल मीडिया आर्मी के मुख्य संयोजक संपादक ए.के. बिंदुसार ने इस महत्वपूर्ण अवधि में कानून-व्यवस्था का जायजा लेने के लिए उत्तर प्रदेश सहित पूरे भारत में अपनी मीडिया टीमों को मैदान में उतारा है. बिंदुसार ने सभी मीडिया अधिकारियों, पदाधिकारियों, पत्रकार बंधुओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं को पल-पल की रिपोर्ट राष्ट्रीय कार्यालय को प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है.
डीजीपी के सख्त आदेश – एक विस्तृत नज़र
26 जून को जारी डीजीपी राजीव कृष्ण के निर्देशों में कई महत्वपूर्ण बिंदु शामिल हैं, जिनका उद्देश्य शांति और सुरक्षा सुनिश्चित करना है:

  • नए मार्गों पर रोक और हथियारों पर प्रतिबंध: डीजीपी ने स्पष्ट किया है कि मुहर्रम जुलूसों के लिए किसी भी नए मार्ग की अनुमति नहीं दी जाएगी, और जुलूसों के दौरान हथियारों के प्रदर्शन पर पूर्ण प्रतिबंध सख्ती से लागू किया जाएगा.
    असामाजिक तत्वों पर नकेल: पुलिस को असामाजिक और सांप्रदायिक तत्वों के खिलाफ निवारक कार्रवाई करने का आदेश दिया गया है. इसके साथ ही, मुहर्रम से पहले चौबीसों घंटे सोशल मीडिया की निगरानी भी की जाएगी ताकि किसी भी भ्रामक या भड़काऊ सामग्री पर तुरंत कार्रवाई की जा सके.
    महिलाओं की सुरक्षा पर विशेष ध्यान: मुहर्रम में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी को देखते हुए, पुलिस को संवेदनशील स्थानों की पहचान करने और भोर के समय उनकी सुरक्षा के लिए विशेष तैनाती सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं.
    नियमित गश्त और आपत्तिजनक सामग्री पर रोक: पुलिस बल नियमित रूप से सुबह की गश्त करेगा और यह सुनिश्चित करेगा कि सार्वजनिक स्थानों पर कोई भी आपत्तिजनक पोस्टर या सामग्री प्रदर्शित न हो.
    सीसीटीवी और ड्रोन से निगरानी: सभी प्रमुख आयोजनों के लिए सीसीटीवी और ड्रोन निगरानी का आदेश दिया गया है. पारदर्शिता और जवाबदेही बनाए रखने के लिए सभाओं की वीडियोग्राफी भी की जाएगी.
    सार्वजनिक स्थानों पर कड़ी सुरक्षा: बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, बाजार और धार्मिक स्थलों जैसे सार्वजनिक स्थानों पर सुरक्षा जांच तेज की जाएगी. आवश्यकतानुसार बम निरोधक दस्ते, आतंकवाद रोधी इकाइयां और श्वान दस्तों को भी तैनात किया जाएगा.
    ये निर्देश दर्शाते हैं कि डीजीपी राजीव कृष्ण और उत्तर प्रदेश पुलिस मुहर्रम के दौरान शांति और व्यवस्था बनाए रखने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं. मीडिया की टीमें भी इस महत्वपूर्ण अवसर पर जमीनी हकीकत का जायजा लेने के लिए मुस्तैद हैं. यह देखना होगा कि ये कड़े आदेश कितनी प्रभावी ढंग से लागू होते हैं और प्रदेश में शांतिपूर्ण माहौल बना रहता है।

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निशाकांत शर्मा (सहसंपादक)

यह खबर /लेख मेरे ( निशाकांत शर्मा ) द्वारा प्रकाशित किया गया है इस खबर के सम्बंधित किसी भी वाद - विवाद के लिए में खुद जिम्मेदार होंगा

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