
एटा में कानून के हाथों से तेज कट्टी घर के चाकू की धार!
बिना शेल्टर होम,खुले में चल रहा गोस्त का खेल
अवैध कट्टी घरों पर खामोश सिस्टम
राहगीर, बच्चे और मोहल्ले वाले हो रहे परेशान
एंकर:-एटा शहर की सड़कों पर अब बदबू, गंदगी और खुलेआम नियमों की धज्जियां उड़ती दिख रही हैं। शहर में बिना किसी लाइसेंस या शेल्टर होम के खुलेआम कट्टी घर चल रहे हैं, और पुलिस—या तो आंखें मूंदे बैठी है या मिलीभगत में शामिल है।
वीओ:-एटा जिले के कोतवाली नगर क्षेत्र के मारहरा दरवाजा, इस्लाम नगर और किदवई नगर जैसे रिहायशी इलाकों में खुलेआम अवैध कट्टी घर (मीट शॉप्स) चल रहे हैं, जिनमें न तो कोई साफ-सफाई है, न कोई लाइसेंस और न ही नगर पालिका या पशु चिकित्सा विभाग की निगरानी।इन कट्टी घरों के पास कोई शेल्टर होम नहीं है, न ही गोश्त रखने का सुरक्षित इंतजाम।
खुलेआम मीट लटकाया जा रहा है,जिससे न केवल राहगीर बल्कि बच्चे,महिलाएं और आसपास के रहवासी बुरी तरह परेशान हैं।इन इलाकों से लगातार बदबू और गंदगी की शिकायतें मिलने के बावजूद स्थानीय पुलिस और नगर प्रशासन पूरी तरह से चुप है।प्रश्न उठता है कि इन कट्टी घरों को संरक्षण कौन दे रहा है?
क्या पुलिस और प्रशासन की मिलीभगत से ये अवैध व्यापार फल-फूल रहा है?
स्थानीय नागरिकों ने प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की है, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
स्थानीय निवासी,नौशाद, रिज़वान,महेश सिंह, रुकूमपाल आदी लोगो का कहना “बच्चे स्कूल जाते हैं, महिलाएं रोज़ मंदिर जाने को इन दुकानों के पास से निकलती हैं,… मीट लटकते देखना और बदबू झेलना रोज़ की मजबूरी बन चुकी है। प्रशासन पूरी तरह बेखबर है या जानबूझ कर चुप है।अब सवाल ये है कि क्या एटा प्रशासन इस खुले खेल पर कोई कार्रवाई करेगा या जनता यूं ही असुविधा और संक्रमण के खतरे में जीने को मजबूर रहेगी?
खबर फ़ास्ट न्यूज़ चैनल पर जिले में हो रहे अवैध धंधों की खुलेगी परत दर परत।