
विश्व पर्यावरण दिवस जून को गाजियाबाद जिला अन्तर्गत वसुंधरा क्षेत्र के प्रह्लाद गढ़ी इलाके में सामूहिक , सार्वजनिक एवं सामाजिक हित हेतु कार्यरत एक गैर सरकारी स्वयंसेवी संगठन उड़ते पंख फाउण्डेशन द्वारा संचालित निशुल्क रूप से चलाये जा रहे बच्चों के स्कूल में पर्यावरणविद एवं देश के हर महानगर में 50-50 वृक्ष लगाने के अभियान में लगे डा0 प्रशांत सिन्हा, हिन्दुस्तान पैट्रोलियम के पूर्व अधिकारी 100 करोड़ ट्री अभियान के श्री आशीष जी शर्मा एवं जाने-माने छायाकार श्री गगनदीप सिंह के साथ जाने का सुअवसर प्राप्त हुआ। यह कहना है वरिष्ठ पत्रकार एवं पर्यावरणविद श्री ज्ञानेन्द्र रावत का। उनके अनुसार स्कूल में बच्चों द्वारा आयोजित पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पधारीं जानी-मानी शिक्षाविद, प्रामाणिक जीवन प्रशिक्षक, कैरियर काउंसिलर एवं क्षेत्रीय मेंटर आफ चेंज ( अटल इनोवेशन मिशन,नीति आयोग ) की सुश्री विजी श्रीधर, शिक्षाविद एवं पूर्व प्राचार्या श्रीमती सुरेश बाला जी एवं प्रख्यात समाजसेवी श्री अनिल कुमार जी वैश्य सहित सामाजिक कार्यकर्ता सर्वश्री श्रीमती सुमन जी, श्रीमती सुधा जी, श्रीमती भावना जी,यूपीएफ नेहरूनगर की शिक्षिका श्रीमती रूबी जी, श्रीमती प्रीति कौशिक जी, श्रीमती सुरुचि जी व श्रीमती मधु बी से भेंट हुयी और वहां उड़ते पंख फाउंडेशन के बच्चों द्वारा बनायी गयी गोंड शैली की पेंटिंग, बायो एंजाइम्स और प्रह्लाद गढ़ी की जरूरत मंद महिलाओं द्वारा तैयार किये गये पुनर्नवीकरण कपड़ों से बने थैलों व घरेलू कचरे से बनायी गयी खाद का अवलोकन किया। दरअसल यह एक सुखद अनुभूति थी और बच्चों के बीच अपनी मौजूदगी का आनंद ही निराला था।
कार्यक्रम में उपस्थित स्कूल के तकरीबन 65 बच्चों द्वारा विभिन्न पर्यावरण संरक्षण सम्बंधित मनमोहक नाटक,कविताओं के माध्यम से प्रस्तुत विचारों को तथा अन्य कार्यक्रमों को जहां सभी आगंतुकों ने सराहा, वहीं 2 समर्पित निवासी शिक्षक, 2 प्रेरित इंटर्न और 8 उत्साही स्वयंसेवकों का सेवाभाव व समर्पण इस बात का साक्षी था कि समाज में आज भी निरपेक्ष भाव से सेवा और सहयोग करने वालों की कमी नहीं है।
इस अवसर पर श्री ज्ञानेन्द्र रावत ने बच्चों के साथ संवाद के दौरान जीवन में पेड़-पौधों, हवा-पानी की उपयोगिता,ज़रूरत और महत्ता पर प्रकाश डाला और बताया कि इनके बिना हमारा जीवन असंभव है। इसलिए हमें पेड़ लगाना चाहिए, उनका संरक्षण करना चाहिए ताकि हमें गर्मी के ताप से जहां राहत मिलेगी, साफ हवा मिलेगी, वहीं वर्षा से धरती की ही प्यास नहीं बुझेगी, हमारी पानी की समस्या का भी समाधान होगा। आज दक्षिण कोरिया के जे जे द्वीप पर दुनिया के देशों के वैज्ञानिकों का सम्मेलन हमारे जीवन में जहर घोल रहे प्लास्टिक की समस्या के समाधान हेतु हो रहा है। यदि सम्मेलन में सभी देश एकमत से प्लास्टिक पर अंकुश के लिए सहमत हुए तो आने वाले महीनों में इस पर संधि से दुनिया को बहुत बड़ी राहत मिलेगी जो बहुत बड़ी उपलब्धि होगी।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि सुश्री विजी श्रीधर ने बच्चों को जीवन में आगे बढ़ने के गुर बताये और कहा कि जीवन में एक लक्ष्य निर्धारित करना बेहद ज़रूरी है। उन्होने बच्चों से कहा कि बिना लक्ष्य के जीवन अधूरा है। यह समय तुम्हारे जीवन निर्माण का सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है। कार्यक्रम के दौरान पर्यावरणविद डा0.प्रशांत सिन्हा, श्री आशीष जी शर्मा, श्री गगनदीप सिंह व श्रीमती सुरेश बाला जी ने अपने संबोधन में बच्चों के भविष्य निर्माण व जीवन में स्वच्छ पर्यावरण की आवश्यकता पर बल दिया और कहा कि पर्यावरण संरक्षण हम सभी का साझा उत्तर दायित्व है।
कार्यक्रम के दौरान फाउण्डेशन की प्रमुख श्रीमती शैली अग्रवाल ने फाउण्डेशन की सहयोगियों का अतिथियों से जहां सिलसिलेवार परिचय कराया,उनके योगदान की प्रशंसा की, वहीं फाउण्डेशन की स्थापना, उसके क्रिया कलाप और बच्चों व महिलाओं को कौशल विकास कार्यक्रमों के माध्यम से सशक्त बनाने के प्रयास की जानकारी दी और घरेलू कचरे से खाद बनाये जाने के अपने प्रयासों को साझा किया। फाउण्डेशन के प्रयास की अतिथियों ने भूरि-भूरि प्रशंसा की और उत्तरोत्तर प्रगति की कामना की और कहा कि देश के भावी कर्णधारों के भविष्य निर्माण में आपका योगदान महत्वपूर्ण है। फाउण्डेशन की ओर से अतिथियों को सम्मानार्थ स्कूली बच्चों द्वारा बनायी गोंड शैली की पेंटिंग, सुंदर गमला सहित एक पौधा, फाउण्डेशन की महिलाओं द्वारा तैयार बायो एंजाइम्स और पुनर्नवीकरण कपड़ों से बना एक थैला भेंट किया गया। अंत में फाउण्डेशन के सभी सदस्यों ने अतिथियों का इस अवसर पर इस अंचल में चल रहे छोटे से बच्चों के स्कूल में आगमन पर आभार व्यक्त किया और आशा व्यक्त की कि भविष्य में भी हमें आपका मूल्यवान उचित मार्गदर्शन और आशीर्वाद मिलता रहेगा।