
ऑपरेशन जागृति फेज-4.0” , नशा, नाश का दूजा नाम तन, मन, धन तीनों बेकाम ,
महिला उत्पीड़न, नशा, साइबर फ्रॉड, जैसे गंभीर विषयों पर आम जन को किया जागरूक
एटा ! आज बुधवार को एडीजी आगरा जोन श्रीमती अनुपम कुलश्रेष्ठ द्वारा चलाए जा रहे “ऑपरेशन जागृति फेज- 4.0” अभियान के तहत अपर पुलिस अधीक्षक राजकुमार सिंह द्वारा ग्राम मिलावली में ऑपरेशन जागृति अभियान के तहत गोष्ठी आयोजित कर नारी सशक्तिकरण, पारिवारिक विघटन, महिलाओं के प्रति हिंसा, झूठे मुकदमे, नवयुवकों/नवयुवतियों का घर से चले जाना, साइबर अपराध, नशा मुक्ति, पारिवारिक विघटन महिला उत्पीडन की रोकथाम एवं लैंगिक असमानता जैसे गम्भीर विषयों पर जागरूकता बढाने अपने वक्तव्य दे आम जन को जागरूक किया गया। महोदय द्वारा झूठे अभियोग पंजीकृत कराने से होने वाले दुष्परिणामों एवं नशा करने से होने वाली हानि पर विशेष प्रकाश डालते हुए कहा कि, महिलाओं को हर परिस्थित में जागरूक होने की आवश्यकता है, कुछ असामाजिक लोगों महिलाओं को झूठे मामले दर्ज कराने हेतु उकसाते है। ऐसी परिस्थित में महिलाओं को सशक्त रहते हुए उसका विरोध करना है। झूठे अभियोग पंजीकृत कराना न केवल कानून अपराध है बल्कि एक सामाजिक बुराई भी है। महोदय द्वारा आज की युवा पीढ़ी द्वारा किए जा रहे अत्यधिक नशे से होने वाले दूरगामी दुष्प्रभावों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि नशा करने से व्यक्ति को शारीरिक, मानसिक और आर्थिक हानि पहुंचने के साथ ही इससे सामाजिक वातावरण भी प्रदूषित होता ही है साथ ही स्वयं और परिवार की सामाजिक स्थिति को भी भारी नुकसान पहुंचाता है। इसी क्रम में जनपदीय पुलिस द्वारा ऑपरेशन जागृत अभियान के तहत महिलाओं, बालिकाओं को वूमेन पॉवर लाइन-1090, पुलिस आपातकालीन सेवा-112, एम्बुलेंस सेवा-108, चाइल्ड लाइन-1098, स्वास्थ्य सेवा-102, महिला हेल्पलाइन-181, मुख्यमंत्री हेल्पलाइन-1076 तथा सार्थक और सकारात्मक चर्चा कर गुड टच, बैड टच के बारे में, घरेलू हिंसा के बारे में, साइबर अपराधों के बारें में साइबर हेल्पलाइन-1930 के बारें में बताया साथ ही कहा कि किसी अनजान नंबर से आने वाले कॉल पर बैंक की जानकारी न दें। कोई बैंक अधिकारी बनकर ओटीपी मांगे तो वह भी न दें। मोबाइल पर आने वाली अनजान लिंक पर क्लिक न करें। इस तरह की लापरवाही से खाते से पैसे निकल सकते हैं। साथ ही शासन द्वारा चलायी जा रही विभिन्न सरकारी योजनाओं के विषय में जानकारी देते हुए पम्पलेट प्रदान कर जागरूक किया गया।