
बरेली, जनकपुरी स्थित हर मिलाप शिव शक्ति मंदिर में चल रही, श्रीमद् भागवत के तृतीय दिवस में, श्री धाम वृंदावन से पधारे आचार्य श्याम बिहारी चतुर्वेदी ने, ध्रुव का प्रसंग सुनाते हुए बताया कि भगवान किसी की अवस्था नहीं देखते हैं, जैसे कि ध्रुव जी की अवस्था मात्र 5 वर्ष की थी,आगे बताया कथा मे, दूसरी मां के आने के बाद ध्रुव और उनकी मां को गौशाला कक्ष में रहना पड़ा, एक दिन ध्रुव के मन में लालसा हुई कि, हम अपने पिताजी की गोदी में बैठे हैं, मां से आज्ञा लेकर के जब राज भवन में पहुंचे, और पिताजी से आलिंगन करना चाहते थे, दूसरी मां ने हाथ पकड़ के कहा बेटा यदि तुम्हें पिताजी का आलिंगन करना है, तो मेरा पुत्र बनकर के संसार में आना होगा, इसके लिए तुम्हें भगवान की तपस्या करना पड़ेगी, तपस्या के माध्यम से भगवान जब प्रकट हो जाएं, तो उनसे एक ही वरदान मांगना कि मैं संसार में यदि आऊं तो सुरुचि का बेटा बन कर के, ध्रुव जी को यह बात अच्छी नहीं लगी, और बड़े क्रोध में भरकर के अपनी मां से कहा कि हमारी दूसरी मां कहती है, कि बेटा यदि पिता की गोद में बैठना है, तो मेरा बेटा बनकर संसार मे आओ, क्या करना होगा मां, तब उनकी मां सुनीति ने कहा बेटा तुम्हारी जो मां है, वह ठीक ही कह रही है, क्योंकि जीवन का सफलता तभी है, जब भगवान की भक्ति बचपन से ही प्राप्त हो, और तुम्हें भगवान की भक्ति करना चाहिए, मां की आज्ञा लेकर की जंगल की तरफ जा रहे थे, तो उन्हें नारद जी के रूप में सदगुरुदेव प्राप्त हुए, जिन्होंने उनको मंत्र दिया,,ओम नमो भगवते वासुदेवाय,, उसी मंत्र का जाप करके, ध्रुव ने मात्र 5 महीने में ही भगवान का दर्शन प्राप्त किया , भगवान सामने प्रकट होकर के कहते हैं, ध्रुव तुम्हें क्या चाहिए, ध्रुव बोलना चाहते हैं, लेकिन बोल नहीं पा रहे थे, भगवान ने अपने शंख स्पर्श कराया है, जिससे उनकी वाणी वेदांतमय हो गई, और भगवान से कहा प्रभु बस आपकी भक्ति हमें प्राप्त हो, भगवान ने कहा जिस कामना को लेकर के तुम मेरे पास आए हो, उसे मैं तुम्हें बता देता हूं, तुम्हें 36000 वर्ष तक करना है, और अपनी मां के सहित तुम्हें मेरे धाम की प्राप्ति होगी, ध्रुव जी वरदान प्राप्त करके जब लौटे, तो दोनों माता ने उनको बहुत सा प्रेम दुलार किया है, कहने का भाव यह है, सद्गुरुदेव की कृपा से भगवान अवश्य मिलते है जीवन में परिवर्तन आ जाता है, ध्रुव सद्गुरु के जीवन में आने से उन्हें भगवत प्राप्ति हुई है, इसलिए सद्गुरु की भक्ति सभी को करनी चाहिए, भावपूर्ण भजन गायक जगदीश भाटिया ने भजन गाया,, मेरा आपकी कृपा से सब काम हो रहा है.. इस भजन को सुनकर के श्रोता समुदाय मंत्र मुग्ध हो गए ,, और सभी जय-जय कर करने लगे हैं,, इस मौके पर जगदीश भाटिया,केशव , सुनील मिश्रा, अमित मिश्रा, राजेश मिश्रा, निर्मला देवी, अनन्या, गीता देवी, रानी, मयंक मिश्रा, सुष्मिता सिंह, सीमा राठौर, शैली,रितु,विवेक,जोगिन्दर, रजत राठौर आदि बहुत से श्रोता समुदाय दूर-दूर से पहुंच करके कथा को श्रवण कर रहे।