यूपी(आगरा,
- आरोपी नजरुद्दीन गिरफ्तार

जनपद में जुमे की नमाज से पहले माहौल बिगाड़ने की कोशिश हुई है. एक शख्स जिले की शाही जामा मस्जिद में जानवर का कटा सिर फेंककर फरार हो गया. ये कटा सिर पॉलिथीन बैग में भरकर फेंका गया था. इस घटना के बाद इलाके में हड़कंप मच गया. सूचना मिलते ही वरिष्ठ अधिकारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए. एक संदिग्ध सीसीटीवी में नजर आया है.
फिलहाल, बवाल बढ़ने से पहले पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए 42 साल के आरोपी नजरुद्दीन को गिरफ्तार कर लिया है. अब उससे पूछताछ की जा रही है कि आखिर उसने ऐसी हरकत क्यों की. घटना के बाद इलाके में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है.
दरअसल, शुक्रवार सुबह जब नमाज के लिए मस्जिद में मुस्लिम समुदाय के लोग पहुंचे तो जानवर का कटा से देखकर आक्रोश फैलने लगा. इस घटना की सूचना पर तत्काल डीसीपी समेत कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंच गई. लोगों को समझा बुझाया गया और शांत कराया गया. फिर तत्परता दिखाते हुए आरोपी को अरेस्ट कर लिया गया.
मामले में डीसीपी (सिटी) सोनम कुमार ने कहा नसरुद्दीन के मोबाइल और सड़क व इमारत पर लगे सीसीटीवी की छानबीन जारी है. जो भी बात सामने आएगी, आगे उसकी जानकारी दी जाएगी. अभी आरोपी से पूछताछ की जा रही है. वो सीसीटीवी में मस्जिद के आसपास नजर आया था.
आरोपी के पिता का नाम सलाउद्दीन है और वह मंटोला का रहने वाला है. पुलिस छानबीन में पता लगा है नसरुद्दीन ने चील घर की एक दुकान से जानवर का कटा सिर ढाई सौ रुपए में खरीदा था. पुलिस उस दुकान तक भी पहुंच कर जांच पड़ताल कर चुकी है, जहां से नसरुद्दीन ने जानवर कटा सिर खरीदा था.
दुकानदार ने पुलिस को बता दिया है कि 250 में जानवर का सिर नजरुद्दीन को बेचा था. पुलिस ने नसरुद्दीन को पकड़ने के लिए 100 अधिकारियों और कर्मचारियों को लगाया था. व्यापक पैमाने पर सीसीटीवी की जांच पड़ताल की गई. सीसीटीवी की जांच पड़ताल में मुंह पर फेटा बांधकर नजरुद्दीन आते और जाते हुए दिखा था. नजरुद्दीन अब पुलिस की गिरफ्त में है.
बता दें कि आगरा जिला प्रशासन ने लोगों से संयम बरतने और अफवाहों से बचने की अपील की है. आगरा जैसे ऐतिहासिक शहर में इस तरह की घटनाएं न सिर्फ अमन चैन को खतरे में डालती हैं, बल्कि सामाजिक सौहार्द को भी चोट पहुंचाती हैं. शांति-व्यवस्था कायम है.