बाह स्टेडियम बनाम बीरबल की खिचड़ीसांसद विधायक निधि से चार दीवार बनवाने की मांग

आगरा। बाह खेल जगत ने क्षेत्रीय सांसद और विधायक से अपनी अपनी निधियों से स्टेडियम के लिए युवा कल्याण विभाग को मिली जमीं पर चार दीवार बनवाने की मांग की है। खेल जगत ने कहा है कि अगर इस वर्ष ये नहीं हुआ तो उक्त जमींन पुनः ग्राम सभा को वापस हो जायेगी। इस तरह की शर्त जमीन देते समय प्रस्तावित है कि यदि पांच साल में स्टेडियम नहीं बना तो ये ज़मींन ग्राम सभा की होगी। ज्ञात हो २०२२-२३मैं प्रस्ताव हुआ है।
बाह का स्टेडियम बीरबाल की खिचड़ी बनता जा रहा है। पहले तो बाह में फुल फ्लेश स्टेडियम स्वीकृत हुआ जिसके लिए नगर के भामा शा देवकी नंदन पेंगोरिया ने जमीन दान में दी थी। जिसके लेबीलेशन के लिए तत्कालीन सांसद पृभुदयाल कठेरिया ने दस लाख रुपये सांसद निधि से आवंटित किये थे। भूमि संरक्षंण विभाग ने सर्वे किया था समतल करने के लिए। मगर इस जमीं पर तत्कालीन समय के जन प्रतिनिधि ने विवाद बता मामला उलझवा दिया जिससे स्टेडियम तो नहीं बना मगर वहा उक्त भामाशा ने महाविद्यालय बनवा दिया। उक्त जमीं को आज तक विवाद खड़ा करने वाले हल करा सके। और क्षेत्र की स्टेडियम की मांग आज तक वैसी ही बनी हैं है। इसके बाद जब चेतन चौहान खेल मंत्री थे तब जिला पंचायत के कृषि फार्म की जमीं को प्रस्तावित कराया जिसे बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा खेल विभाग को हस्थानांतरित करना था नहीं होने पर फिर स्टेडियम लटक गया। इसके बाद एक बार फिर २१,२२में स्टेडियम की मांग ने जोर पकड़ा तो मिनी स्टेडियम के लिए उग्र पूरा में जमीं देखी गई जिसे २३में युवा कल्याण विभाग को नामित कर दे दिया गया मगर उसको शुरू नहीं कराया जा सका है। जिसके लिए कोई लखनऊ तो कोई दिल्ली दोड श्रेय लेने के लिए लगा है मगर युवा कल्याण विभाग कार्यालय आगरा तक कोई नहीं जा पा रहा है जहाँ से जाने वाला प्रस्ताव तीन साल तक नहीं स्टीमेट के रूप में नहीं गया है।
जिला युवा कल्याण अधिकारी प्रेम शंकर गौतम का कहना है उनका अनुमानित लागत आंकलन पत्र पर ३१मार्च के बाद फिर से पी डब्ल्यू डी खंड दो पत्र जायेगा तब निरीक्षण केबाद काम और उनके कराने की योजना बनेगी फिर जिलाधिकारी के माध्यम से खेल विभाग के पास जान के बाद प्रस्ताव तैयार होगा बजट की मांग के लिए।
कहने का मतलब स्टेडियम मिनी भी अभी तक कागजों पर नहीं है मगर कहावत है कि ताल खुदा नहीं और मगर कुदा दिया गया है।
इसके बाद भी एक पूर्व मंत्री यह कहरहे हैं कि धन स्वीकृत हो चुका है। जो गलत जानकारी है। खेल मंत्री स्वीकारते हैं कि विधायका रानी पक्षालिका सिंह ने मुलाकात की थी और जिलाधिकारी के माद्धयम से प्रस्ताव भिजवाने को कहा था। जो नहीं आया है।
अनिल गुप्ता वकील ने सूचना के अधिकार के तहत स्टेडियम की सूचना जिला धिकारी से मांगी है व भी नहीं मिली है अभी तक। उल्टे ऐसी एम ने उन्हे लखनऊ सम्पर्क करने को कहा जाता है।
स्टेडियम की मांग बाह की तब से है जब से विजय सिंह चाहा और अजीत भदोरिया ने अर्जुन अवार्ड लिए हैं। अंकित शर्मा भी बाह का है। बाह से हजारों खिलाडी अब ट्सक् देश विदेश में पदक जीत बाह का आगरा जिले का नाम रोशन किया है।

About The Author

निशाकांत शर्मा (सहसंपादक)

Learn More →

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

× अब ई पेपर यहाँ भी उपलब्ध है
अपडेट खबर के लिए इनेबल करें OK No thanks