
सिंदरी, धनबाद। 36 घंटे का निर्जला उपवास रह कर चार दिनों तक चलने वाला लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा की आज उदयमान सूर्य देव की अर्घ्य के साथ समापन हो गया । सुबह से ही बड़ी संख्या में श्रद्धालु जलाशय नदी तालाबों छठ घाटों में पहुंचे जहां व्रती पानी में घंटों खड़े होकर भगवान भास्कर की आराधना किये ।आसमान में लालिमा आते ही व्रती छठी मईया को शुद्ध गाय का दूध से अर्घ्य समर्पित किए उसके बाद धूप दीप हावन किए महिलाओं ने सुहागिन महिलाओं को सिंदूर लगाकर कोईछा भराई भी की।यह पर्व में सुख समृद्धि और संतान प्राप्ति की कामना भी लोग करते है।इस पर्व से शारीरिक और मानसिक शुद्धता एवं सुख प्राप्ति भी मिलती है।इस दौरान भगवान भास्कर सूर्य को अर्घ्य देने से रोग कष्ट मिट जाता हैं।यह पर्व विशेष रूप से बिहार उत्तर प्रदेश,झारखंड,बंगाल एव उड़ीसा में लोग बड़े ही आस्था, विश्वास , भक्ति पूर्वक मनाते हैं जिसका फल अति शुभदायक होता हैं जिसके कारण लोगों में बड़ी आस्था हैं।