
बरेली :: 8वीं वाहिनी पीएसी में तैनात सिपाही रवि कुमार प्यार में डूबे पति ने अपनी पत्नी को रास्ते से हटाने के लिए 3 लाख रुपये की सुपारी दी, और उसे जहरीले इंजेक्शन देकर मरवा डाला। हत्या को लूट का रूप देने की कोशिश भी की गई, लेकिन पुलिस की पैनी नजरों से कातिल बच नहीं सके। सनसनीखेज खुलासे के बाद पुलिस ने महज 24 घंटे में तीनों आरोपियों को किया गिरफ्तार ।
बिथरी चैनपुर थाना क्षेत्र की यह घटना रिश्तों को शर्मसार करने वाली है। मृतका के पिता जगदीश ने दामाद रवि कुमार पर हत्या का शक जताया, और जब पुलिस ने जांच की, तो जो सच सामने आया उसने हर किसी को झकझोर कर रख दिया। रवि कुमार की शादी 2015 में हुई थी और उसके तीन बेटियां थीं। बेटियों के जन्म के बाद वह पत्नी को बोझ समझने लगा और उसे भूत-प्रेत के साए का बहाना बनाकर झाड़-फूंक कराने लगा। इसी बीच वह दूसरी महिला के प्रेमजाल में फंस गया और अपनी पत्नी से छुटकारा पाने के लिए मौत का जाल बनाने लगा।
22 फरवरी 2025 को रवि कुमार ने पत्नी को प्लॉट दिखाने के बहाने फरीदापुर बुलाया। वहाँ पहले से मौजूद शातिर डेंटर शानू और नर्सिंग असिस्टेंट जतिन ने कार में ही महिला को काबू में कर लिया। जतिन ने अपने मेडिकल नॉलेज का खतरनाक इस्तेमाल करते हुए महिला की गर्दन और शरीर में कुल 7 जहरीले इंजेक्शन उतार दिए, जिससे कुछ ही मिनटों में उसकी तड़प-तड़पकर मौत हो गई।
पत्नी की मौत के बाद आरोपियों ने हत्या को लूट का रूप देने की साजिश रची। शानू ने मृतका के गहने लूट लिए और रवि कुमार ने अपने दोस्त को फोन कर नकली लूट का नाटक किया। खुद को भी मामूली चोट पहुंचाकर ड्रामा रचने की कोशिश की, लेकिन आरोपी पुलिस की तेज नजरों से बच न सके ।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में बनी टीम ने 27 फरवरी को बिथरी चैनपुर पुल के नीचे से तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल इंजेक्शन, सिरिंज, मृतका के कुंडल , मंगलसूत्र एवं आरोपियों की बाइक बरामद की हैं ।।