
एटा,गौ रक्षा विभाग विश्व हिन्दू परिषद की एक बैठक का आयोजन कैम्प कार्यालय शान्ति नगर एटा पर साय 7 बजे किया गया बैठक की अध्यक्षता गौ रक्षा विभाग के प्रान्त अध्यक्ष अरविन्द सिंह चौहान ने की।बैठक में पूरे ब्रज प्रान्त में सडकों पर घूम रहे निराश्रित गोवंशो को लेकर चर्चा की तथा आगे की रणनीति बनाई।
बैठक को सम्बोधित करते हुए श्री चौहान ने कहाँ कि पूरे ब्रज प्रान्त में निराश्रित गोवंशो की बहुत ही दुर्दशा हो रही है कोई सुनने वाला नहीं है माननीय मुख्यमंत्री जी ने जिस आशा से कट्टी घरों पर रोक लगाकर गोवंशों को बचाया तथा गोशालाओ का निमार्ण कराया तथा गोवंशो को संरक्षित कर गोवंशो को कटने से बचाया उसका आशीर्वाद भी गौ माताओ ने मुख्यमंत्री जी को दिया तथा पुनः सत्ता में आये।लेकिन ब्रज प्रान्त में माननीय मुख्यमंत्री जी के कुछ जिलाधिकारी गोवंशो को गौशालाओ मे अच्छे से देखभाल करा रहे तथा कुछ जगहों पर गोवंश गोशालाओ में भूखे,प्यासे नरक का जीवन यापन कर रहे हैं तथा दम तोड़ रहे है तथा उनका अंतिम संस्कार भी सही से नहीं हो रहा है तथा कुत्ते नोचते नजर आते हैं। इन सब बातों के लिए जिलाधिकारी महोदयो को फोन लगाया जाये तो फोन उठता नहीं अगर उठ भी जाये तो अधीनस्थ फोन उठाते हैं तथा कह देते है कि साहब अभी मीटिंग में है तथा मै बाद मे बात कराता हूँ लेकिन फिर बात हो नहीं सकती इसी कारण गोवंशो की दुर्दशा हो रही है।
श्री चौहान ने कहाँ कि जव कि शासन से भरपूर पैसा आता है तथा सूत्रों के मुताबिक पता चला है कि वह पैसा गौशालाओ में पूरा खर्च नहीं किया जाता अगर वह पूरा पैसा गौशालाओ में खर्च किया जाए तो गोवंशो की इतनी दुर्दशा नहीं होगी।मेरे संज्ञान में आया है कि एटा मे एक गौ आश्रय स्थल मिलिक बन्हैरा गोशाला है जिसमें लगभग 100 गोवंश है तथा उस गोशाला के पास 34-35 बीघा चारागाह की जमीन पडी हुई है जिस पर दबंगो ने कब्जा कर रखा है जव कि उक्त जमीन में निराश्रित गोवंशो के लिए हरा चारा तथा भूसा पर्याप्त मात्रा में मिल सकता है लेकिन इस ओर कोई भी अधिकारी घ्यान नहीं दे रहा है जव कि संज्ञान में आया है कि जिलाधिकारी महोदय एटा ने सभी गोशालाओ के लिए नोडल अधिकारी भी नियुक्त कर रखे हैं फिर भी गोवंशो की दुर्दशा हो रही है।जव कि जिलाधिकारी महोदय के संज्ञान में कोई मामला गोवंशो से समबन्धित आता है तो वह तत्काल कार्यवाही कराते मैंने शहर में निराश्रित गोवंशो को लेकर मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी एटा से वार्ता की तो उन्होंने कहा कि एटा में एक कान्हा गौशाला का निमार्ण होना है जिसके लिए शहर में जगह उपलब्ध नहीं हो पा रही है तो मैंने जिलाधिकारी महोदय से मैंने वार्ता की तो उन्होंने अपर जिलाधिकारी प्रशासन को जगह दिलाने की बात कही तो उन्होंने कहा कि हम तो दो महीने से मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को बुला रहे हैं जमीन के लिए लेकिन वह आ नहीं रहे इससे यह बात बिल्कुल स्पष्ट है कि मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी की लापरवाही के कारण जमीन चिन्हित नहीं हो पा रही हैं।जिसके कारण गोवंश सडकों पर ही दिखाई दे रहे तथा आय दिन सडकों पर हादसे हो रहे है।
श्री चौहान ने कहाँ कि मै शासन से मांग करता हूँ कि गोवंशो की गौशालाओ में हो रही दुर्दशा को ध्यान में रखते हुए शासन स्तर से कोई ठोस कार्यवाही की जाए तथा जो जिलाधिकारी फोन नहीं उठाते हैं उनकी भी जांच करायी जाये तथा कार्यवाही की जाए तथा गोशालाओ से लगी चारागाह की जमीनो को कब्जा मुक्त कराया जाये ताकि गोवंशो को हरा चारा तथा भूसा पर्याप्त मात्रा में मिल सके।
बैठक में,मोहित कुमार,हिमांशु बर्मा,जितेन्द्र कुमार,आशीष फौजी,विनोद कुमार, आशीष कुमार,आदि कार्यकर्ता मौजूद रहे।