
मोटी रकम लेकर साजिशन करा दिया जेलर का अपमान, पूर्व में भी लगा जेलर पर अमर्यादित आरोप
-बबलू चक्रवर्ती
एटा। कभी आईएसओ का खिताब प्राप्त रही जनपद की जेल वर्तमान में नये नये खेलों का गढ़ बन चुकी हैं। यहाँ एक मामला थम भी नहीं पाता कि दूसरा निकल कर सामने आ जाता हैं, बाबजूद शासन प्रशासन इस ओर गम्भीर नहीं हैं, शायद यही कारण हैं कि तमाम मामलों में निरुद्ध बंदियों को साममाजिक सुधार कराने वाला जेल प्रशासन स्वयं बदनामी का दंश झेल रहा हैं। अंदरूनी कारण भले जो हों, लेकिन गोपनीय सूत्रों का दावा अनुसार तो जेल में चलते खेल में किसी और का नहीं बल्कि विभागीय विभीषण और उनके सहयोगियों की शाजिश हैं जो मोटी रकम लेकर रची गयी हैं …
-प्रकरण की जानकारी हेतु फोन से सम्पर्क करने पर …
1- जेल अधीक्षक ने नहीं उठाया फोन
2- जेलर बोले कार्यवाई कर रहा हूँ।