एटा महोत्सव को दुष्प्रचारित अधिकार क्यों किया जा रहा है
विगत कई दशकों से सैनिक पड़ाव मैं पहले जिला कृषि एवं औद्योगिक विकास प्रदर्शनी उसके बाद रंग महोत्सव और अब एटा महोत्सव के नाम से एक वृहद कार्यक्रम का आयोजन जनवरी के महीने में होता रहा है
जैसे-जैसे समय बिता गया यह आयोजन अपने उच्चतम शिखर पर प्रत्येक वर्ष पहुंचता रहा है
इस बार भी एटा के जिला प्रशासन जिसमें जिलाधिकारी प्रेम रंजन सिंह अपर जिलाधिकारी प्रशासन सत्य प्रकाश सिंह और अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व और तहसील के अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा इसमें अथाह मेहनत के चलते इस वर्ष भी इस कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है
सच्चाई तो यह है कि जिस तरह के बड़े कार्यक्रम पंडाल के तहत आयोजित होते रहे हैं इस तरह के कार्यक्रम इस बार भी हैं
वही सैनिक पड़ाव में तमाम तरह की दुकान खेल,तमाशा,झूला सहित अन्य मनोरंजन के साधन लगाए जाते हैं जिससे गांव देहात और शहर के लोग अपना मनोरंजन इस एटा महोत्सव के तहत कर सकें
अब बात आती है एटा महोत्सव को दुष्प्रचारित करने की
आखिरकार इस एटा महोत्सव को दुष्प्रचारित करने के पीछे कारण कौन वह लोग हैं जो अपनी व्यक्तिगत कुंठा को दुष्प्रचलित करके निकाल रहे हैं
तमाम सोशल मीडिया जिसमें फेसबुक और व्हाट्सएप और अन्य साधनों के माध्यम से तमाम तरह की जो भ्रांतियां हैं गलत जानकारियां हैं वह लोगों को दी जा रही हैं
सच बात यह है कि प्रशासन ने इस बार भी बहुत अच्छा आयोजन किया है जरूरी है कि इस आयोजन को बहुत अच्छा और बेहतर करने के लिए प्रशासन ने पहले जब सुझाव मांगे थे उसे समय तमाम सुझाव दिए गए थे, उल्फत प्रशासन की तरफ से काम भी किया गया
इस एटा महोत्सव को ऐसे ही लोग दुष्प्रचारित कर रहे हैं जो कहीं ना कहीं यह सब लिखकर अपने आप को मुख्य धारा से जोड़ना चाहते हैं क्योंकि ऐसे कई लोग हैं जो की मुख्य धारा से दूर हैं
आज मेरे द्वारा जो लिखा गया है उसपर निश्चित रूप पर कठोर टिप्पणी होगी, और अगर ऐसी टिप्पणी होती है तो होती रहे कोई परवाह नहीं
इंसान को हमेशा सकारात्मक रहना चाहिए अपने सहित दूसरों के प्रति भी अगर आप किसी का काम बना नहीं कर सकते तो खराब करने का हक और अधिकार आपको भी नहीं है